JDU की शराबबंदी कार्यशाला में नीतीश ने कहा, सामाजिक न्याय के प्रति सरकार प्रतिबद्ध

पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शराबबंदी को लेकर आयोजित पार्टी की कार्यशाला में जदयू के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार में सामाजिक न्याय के प्रति सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है. नीतीश कुमार ने कहा कि पंचायती राज में महिलाओं को आरक्षण देने वाला बिहार पहला राज्य है. उन्होंने कहा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 13, 2016 1:22 PM

पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शराबबंदी को लेकर आयोजित पार्टी की कार्यशाला में जदयू के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार में सामाजिक न्याय के प्रति सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है. नीतीश कुमार ने कहा कि पंचायती राज में महिलाओं को आरक्षण देने वाला बिहार पहला राज्य है. उन्होंने कहा कि यहां की महिलाएं स्वयं को ज्यादा आत्मनिर्भर बना रही हैं. पटना हज भवन में आयोजित इस कार्यशाला में मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाएं आने वाले दिनों में हर क्षेत्र में अपनी पहचान को कायम करेंगी. उन्होंने कहा कि अब वह दिन गया जब महिलाएं चाहरदिवारी में बंद रहती थीं. अब ऐसा नहीं होगा वे चहारदीवारी में बंद नहीं रहेंगी. उन्होंने कहा कि सूबे में महिला शिक्षा को बढ़ावा देना सरकार की प्राथमिकता में शामिल है.

महिलाओं को आरक्षण देने वाला बिहार पहला राज्य

अपने संबोधन में नीतीश कुमार ने राज्य में महिलाओं के लिये उठाये गये कदमों की चर्चा करते हुए कहा कि बिहार में आधी आबादी को उसका हक मिला है. पंचायत हो या स्थानीय नगर निकाय का चुनाव महिलाओं को राज्य सरकार ने पचास प्रतिशत का आरक्षण दिया है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के उठाये गये इस कदम का बेहतर परिणाम दिखने लगा है. स्वयं महिलाएं सामाजिक बुराईयों खासकर नशा जैसी बुराईयों से लड़ने के लिये तैयार हैं. महिलाएं अब घरों से निकलकर लोगों से बातचीत कर रही हैं. समाज की समस्यायें सुन रही हैं और उसका उपाय भी बता रही हैं.

महिलाएं बन रही हैं आत्मनिर्भर : नीतीश

नीतीश कुमार ने पंचायती राज में महिलाओं को बिहार सरकार द्वारा आरक्षण देने के बाद पैदा हुए माहौल को याद करते हुए कहा कि पहले मजाक उड़ाया जा रहा था कि अब महिलाएं मुखिया बनेंगी, पंचायत का प्रतिनिधित्व करेंगी और उनके पति घर का कामकाज देखेंगे. नीतीश ने कहा कि उनका घर से निकलना और दुनिया देखना अधिकार है. वह हमारी आधी आबादी हैं. उन्होंने कहा कि महिलाओं का भी उतना ही हक बनता है आत्मनिर्भर बनने का और समाज में सिर उठाकर जीने का.

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