आतंकी तहसीन के परिजनों का जदयू से संबंध को लेकर बीजेपी का सवाल !
पटना : भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडेय ने कहा है कि नीतीश कुमार बताएं कि इंडियन मुजाहिदीन के आतंकी तहसीन अख्तर के परिजनों का जदयू से क्या संबंध है. नीतीश कुमार जदयू के अध्यक्ष के साथ-साथ बिहार के मुख्यमंत्री भी हैं. उन्हें यह भी बताना चाहिए कि कुख्यात आतंकी यासीन भटकल की जब […]
पटना : भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडेय ने कहा है कि नीतीश कुमार बताएं कि इंडियन मुजाहिदीन के आतंकी तहसीन अख्तर के परिजनों का जदयू से क्या संबंध है. नीतीश कुमार जदयू के अध्यक्ष के साथ-साथ बिहार के मुख्यमंत्री भी हैं. उन्हें यह भी बताना चाहिए कि कुख्यात आतंकी यासीन भटकल की जब रक्सौल में गिरफ्तारी हुई तो उसमें राज्य सरकार की क्या भूमिका रही. पांडेय ने कहा कि हैदराबाद की विशेष एनएआई अदालत द्वारा तहसीन अख्तर सहित आधे दर्जन से अधिक आतंकियों को दोषी करार दिया है. इस बात की पुष्टि हो गयी कि पटना और बोधगया में सीरियल बम ब्लास्ट में तहसीन अख्तर की संलिप्तता रही है.
27 अक्तूबर 2013 को गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री पद के भाजपा के घोषित उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी की पटना के गांधी मैदान में हुई रैली में सीरियल बम बलास्ट और उसके बाद बोधगया में घटी विस्फोट की घटना के बाद तहसीन अख्तर और यासीन भटकल के नाम उजागर हुए थे. पांडेय ने कहा कि मुख्यमंत्री साफ-साफ बताएं कि समस्तीपुर जिले के कल्याणपुर प्रखंड के मनियांपुर गांव के तहसीन अख्तर उर्फ मोनू के चाचा तकी अख्तर का जदयू से क्या संबंध है .
तहसीन की गिरफ्तारी के वक्त केस को प्रभावित करने में क्या सत्ताधारी दल की भूमिका नहीं थी. जब भटकल को रक्सौल में गिरफ्तार किया गया तो उसकी यूपी में गिरफ्तारी की बात सरकार ने प्रचारित नहीं कराई थी. सरकार की रीति-नीति से स्पष्ट है कि वह मुस्लिम तुष्टिकरण नीति के कारण न केवल आतंकियों को संरक्षण देने का काम कर रही है बल्कि उससे जुड़े परिजनों को अपने संगठन में शामिल कर ऐसे तत्वों को प्रोत्साहित कर रही है.