पटना : बिहार में भभुआ के जिला शिक्षा पदाधिकारी (डीइओ) कार्यालय में क्लर्क के पद पर तैनात धर्मेन्द्र कुमार के यहां निगरानी की टीम ने गुरुवार को छापेमारी की थी. आय से अधिक संपत्ति के मामले टीम ने अपनी तलाशी और उनकी संपत्ति से संबंधित जांच पूरी कर ली है. जांच में यह बात सामने आयी है कि लिपिक धर्मेन्द्र डीपीएस पब्लिक स्कूल का मालिक ही नहीं है, बल्कि करोड़पति भी है.
धर्मेन्द्र कुमरी ने अपनी अवैध कमाई के बदौलत करोड़ों की संपत्ति जमा कर ली है. भभुआ शहर में आठ जमीन के प्लॉट के कागजात बरामद हुए हैं, जिनका कुल रकबा करीब 20 कट्ठा है और मूल्य करीब पौने दो करोड़ रुपये हैं. इसके अलावा उनके घर से 140 ग्राम सोने के गहने बरामद किये गये हैं, जिनकी कीमत करीब चार लाख रुपये है. अलग-अलग बैंकों में आठ पासबुक बरामद किये गये हैं, इनमें लाखों रुपये जमा है. सभी पासबुकों को फ्रीज कर दिया गया है. इसके बाद इनकी जब्ती और जांच की कार्रवाई शुरू की जायेगी.
करीब तीन कट्ठा जमीन में बने दो मकान भी उसके पास हैं. एक मकान में उसका निजी स्कूल चलता है और दूसरे में वह रहता है. इनकी जांच भी चल रही है. आय से अधिक संपत्ति मामले में मुकदमा दर्ज करके निगरानी ने लिपिक धर्मेन्द्र के सेवाकाल और आय के अनुपात के हिसाब से अवैध रूप से बनायी गयी सभी संपत्ति का हिसाब किया है. उसकी मौजूदा सभी संपत्ति अवैध रूप से कमाये पैसे से ही बनायी हुई है.