पटना : नोटबंदी के खिलाफ जन अधिकार पार्टी के बिहार में आज कियेगये रेल चक्का जाम के कारण कई स्थानों ट्रेनों का परिचालन बाधित हुआ. जन अधिकारी पार्टी के संरक्षक और मधेपुरा से सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने नोटबंदी के कारण लोगों को हो रही कठिनाई, इसके कारण बढ़ी बेरोजगारी के विरोध में तथा बेनामी संपत्ति पर प्रहार की मांग को लेकर आज एक दिवसीय रेल चक्का जाम की घोषणा की थी.
पप्पू यादव नेकहा कि उनकी पार्टी का यह राज्यव्यापी रेल चक्का जाम नोटबंदी के कारण आम लोगों को हो रही परेशानी, इसके कारण बढी बेरोजगारी के विरोध में तथा बेनामी संपत्ति पर प्रहार की मांग को लेकर था. उन्होंने आरोप लगाया कि नोटबंदी को लागू करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा कम समय में इतने सारे नियम तो बना दियेगये पर इसका फल केवल आम जनता का पैसा बैंक में जमा होने और उसकी निकासी में कठिनाई का सामना करने के अलावा कुछ भी नहीं बल्कि यह उद्योगपतियों और पूंजीपितयों को लाभ पहुंचाने और कालाधन को सफेद बनाने की एक साजिश है.
पप्पू ने राजनीतिक लाभ उठाने के लिए नोटबंदी को लागू किये जाने का आरोप लगाते हुए कहा कि बैंक का ऋण लेकर फरार हुए पूंजीपतियों और उद्योगपतियों से अब तक क्यों नहीं वसूली की गयी. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार पर कालाधन के खिलाफ 500 और 1000 रुपये पर रोक लगाकर आम जनता की परेशानी बढ़ा देने का आरोप लगाते हुए कहा कि नोटबंदी के कारण मरने वालों के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज किया जाए.
पप्पू ने नोटबंदी के पूर्व चुनाव में इस्तेमाल होने वाले कालेधन पर रोक लगे और तमाम राजनीतिक दलों को आरटीआइ के दायरे में लाया जाए. उन्होंने मांग की कि किसी भी राजनीतिक दल को दो सौ रुपये भी अगर कोई चंदा के तौर पर देता है उसे सार्वजनिक किया जाना चाहिए. पप्पू ने आरोप लगाया कि नोटबंदी के कारण उद्योग और व्यवसाय ठप पड़ गया और एक बड़ी आबादी बेरोजगार हो गयी है. अपनी इस मांग को लेकर जन अधिकार पार्टी द्वारा आगामी 22 दिसंबर को बिहार में सडक जाम किया जाएगा.