लालू प्रसाद के बयान पर सीएम अपना स्टैंड स्पष्ट करें : मोदी
पटना. वरिष्ठ भाजपा नेता व पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लालू प्रसाद का बयान ‘नोटबंदी के विरोध में राजद के आंदोलन में नीतीश कुमार शामिल होंगे’ पर अपना ‘स्टैंड’ स्पष्ट करें. उन्होेंने कहा है कि पेटीएम का विरोध कर रहे लालू प्रसाद में अगर हिम्मत है तो मुख्यमंत्री […]
पटना. वरिष्ठ भाजपा नेता व पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लालू प्रसाद का बयान ‘नोटबंदी के विरोध में राजद के आंदोलन में नीतीश कुमार शामिल होंगे’ पर अपना ‘स्टैंड’ स्पष्ट करें. उन्होेंने कहा है कि पेटीएम का विरोध कर रहे लालू प्रसाद में अगर हिम्मत है तो मुख्यमंत्री पर दबाव डाल कर बिहार के तीन जिलों में काम कर रही चीन की ट्राइ-टेक कंपनी को भगा दें. लेस कैश और डिजिटल ट्रांजेक्शन की हंसी उड़ा रहे लालू यादव ने कभी ‘आइटी-वाइटी‘ क्या होता है, कह कर आइटी का भी उपहास उड़ाया था. आज उसी ट्वीटर और फेसबुक का इस्तेमाल कर प्रधानमंत्री को कोस रहे हैं. मोदी ने कहा कि बिहार के बक्सर, हाजीपुर और बेगूसराय में चीन की ट्राइ-टेक कंपनी 254 करोड़ के सिवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का काम कर रही है.
उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद को अगर चीनी कंपनी से इतनी ही चिढ़ है तो मुख्यमंत्री से बात कर काम बंद करवा दें और बोधगया, नालंदा के चीनी मोनिस्टरी तथा ह्वेनसांग स्मारक को भी तोड़वा दें.नोटबंदी का विरोध करने के लिए पथ निर्माण मंत्री बयान दे रहे हैं कि ठेकेदार मजदूरों का भुगतान नहीं कर पा रहे हैं. मंत्री को बताना चाहिए कि क्या ठेकेदारों को सरकार नगद भुगतान करती है. अगर ठेकेदारों को आरटीजीएस से भुगतान होता है तो क्या मजदूरों का बैंक में खाता खोल कर उन्हें ऑनलाइन पेमेंट नहीं किया जा सकता है.
चंडीगढ़ नगर निकाय के चुनाव में नोटबंदी को मुद्दा बनाने वाली कांग्रेस जहां 4 सीट पर सिमट गयी वहीं 21 सीट के साथ भाजपा-अकाली गठबंधन को शानदार सफलता मिली है. नोटबंदी के बाद महाराष्ट्र व अन्य कई प्रदेशों के स्थानीय चुनावों में भी जनसमर्थन भाजपा के पक्ष में रहा है. लालू यादव के विरोध के कारण ही बिहार आइटी क्षेत्र में फिसड्डी रह गया, कहीं अब लेस केश और डिजिटल ट्रांजेक्शन के अभियान में भी पीछे न रह जाये. आम जनता तो प्रधानमंत्री के निर्णय के साथ है.