प्रसूताओं को एक छत के नीचे 24 घंटे मिलेंगी सभी सुविधाएं
आइजीआइएमएस : बिल्डिंग को मिले 20 करोड़ जनवरी में भूमि पूजन के बाद बिल्डिंग निर्माण पर शुरू हो जायेगा काम नये वार्ड में 24 घंटे ब्लड, अल्ट्रासाउंड, ऑपरेशन की मिलेंगी सुविधाएं पटना : आइजीआइएमएस में प्रसूताओं के लिए बननेवाली नयी बिल्डिंग के लिए राशि आवंटित कर दी गयी है. एनआरएचएम के तहत अस्पताल प्रशासन को […]
आइजीआइएमएस : बिल्डिंग को मिले 20 करोड़
जनवरी में भूमि पूजन के बाद बिल्डिंग निर्माण पर शुरू हो जायेगा काम
नये वार्ड में 24 घंटे ब्लड, अल्ट्रासाउंड, ऑपरेशन की मिलेंगी सुविधाएं
पटना : आइजीआइएमएस में प्रसूताओं के लिए बननेवाली नयी बिल्डिंग के लिए राशि आवंटित कर दी गयी है. एनआरएचएम के तहत अस्पताल प्रशासन को 20 करोड़ रुपये गुरुवार को मिल गये. भूमि पूजन के बाद जनवरी से बिल्डिंग का निर्माण शुरू हो जायेगा. अस्पताल प्रशासन के अनुसार आठ महीने के अंदर नयी बिल्डिंग में सभी तरह की सुविधाएं प्रसूताओं को मिलने लगेंगी. 40 हजार स्क्वायर फुट में चार मंजिल बिल्डिंग बनायी जायेगी.
सभी तरह की होगी जांच : नयी बिल्डिंग में स्त्री एवं प्रसूति वार्ड शिफ्ट होगा. एनआरएचएम की गाइडलाइन के अनुसार यहां 24 घंटे ब्लड टेस्ट, अल्ट्रासाउंड, सोनोग्राफी, ऑपरेशन, चेकअप आदि सुविधाएं मिलेंगी. बेड की संख्या भी बढ़ायी जायेगी. नव निर्मित प्रसूति वार्ड को आधुनिक सुविधाओं से लैस किया जायेगा. अलग से रैंप की व्यवस्था होगी, जिसके सहारे प्रसूतायें वार्ड में आयेंगी व जायेंगी.
विभागीय नियमों के अनुसार डिलिवरी के बाद प्रसूता को वार्ड में कम से कम 48 घंटों तक रखना है. वर्तमान में सिर्फ 10 बेड हीं है, जबकि रोजाना करीब पांच से छह डिलेवरी अस्पताल में होती है. बेड की कम संख्या होने के कारण कई बार प्रसूताएं डिलिवरी होने के कुछ घंटों बाद ही छुट्टी करा चली जाती हैं. इससे कई बार जच्चा- बच्चा को परेशानी भी होती है. नया वार्ड बनने से इन सभी दिक्कतों से छुटकारा मिलेगा. साथ ही विभिन्न जांच के लिए भी इंतजार नहीं करना पड़ेगा.
क्या कहते हैं अधिकारी
40 हजार स्क्वायर फुट में नयी बिल्डिंग बनायी जायेगी. एनआरएचएम के तहत 20 करोड़ रुपये अस्पताल प्रशासन को मिल गये हैं. जनवरी से चिह्नित स्थान पर काम शुरू हो जायेगा.
डॉ एनआर विश्वास, डायरेक्टर, आइजीआइएमएस