अजय ने पुलिस के सामने यह जानकारी दी कि उसकी पत्नी ने शुक्रवार की रात खुदकुशी कर ली थी और वह शनिवार की सुबह उसका इलाज कराने के लिए ले जा रहा था. वह मानसिक रूप से अस्वस्थ थी और पहले भी खुदकुशी का प्रयास कर चुकी थी. अजय ने बताया कि वह प्रतिदिन की तरह कल रात भी दुकान से घर आया और खाना खाकर सो गया. करीब दो बजे रात में उसके बेटे की रोने की आवाज आयी, तो वह पत्नी और बच्चों के कमरे में गया. उसने जब कमरे की लाइट जलायी, तो वह नीचे फर्श पर गिरी थी. उसने पंखे से दुपट्टे के सहारे फांसी का फंदा लगाया था, जो टूट गया था.
घटना के बाद उसने अपनी मां को फोन कर जहानाबाद स्थित पैतृक घर से पटना बुलाया और फिर सुबह में इलाज के लिए ले जा रहा था. हालांकि, उसका बयान पुलिस को पच नहीं रहा है.
इस मामले में पति का बयान पुलिस इसलिए सही नहीं मान रही है कि करीब दो बजे रात में उसने खुदकुशी की और सुबह साढ़े आठ बजे इलाज के लिए ले जा रहा था. उसे उसी वक्त ही इलाज के लिए ले जाना चाहिए था. साथ ही जांच में यह बात भी सामने आयी है कि पति-पत्नी के बीच घरेलू विवाद के कारण हमेशा झगड़ा होता रहता था. हालांकि, पुलिस खुदकुशी के साथ हर बिंदु पर छानबीन कर रही है. इस संबंध में निभा की मां रेखा देवी के बयान के आधार पर अजय पांडेय के खिलाफ गर्दनीबाग थाने में मामला दर्ज किया गया है. गर्दनीबाग थानाध्यक्ष बीके चौहान ने पति अजय पांडेय की गिरफ्तारी की पुष्टि की है.
अजय जहानाबाद का रहनेवाले हैं और उनकी पत्नी निभा पांडेय का मायका नालंदा में है. उनकी शादी 10 साल पहले हुई थी. उनकी बेटी सात साल की है और बेटा एक साल का है.