3,900 दस्तावेजों में कमी से करोड़ों का नुकसान

पटना. आठ नवंबर को नोटबंदी की घोषणा के बाद से हर चीज प्रभावित हुई है. खास कर जमीन और फ्लैटों की रजिस्ट्री कार्यालय में इसका असर अधिक रहा है. प्रतिदिन होनेवाली रजिस्ट्री के लिए आनेवाले दस्तावेजों की संख्या एक चौथाई घट गयी . जिला निबंधन कार्यालय के आंकड़ों की तुलनात्मक रिपोर्ट कुछ इसी तरह का […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 29, 2016 6:58 AM
पटना. आठ नवंबर को नोटबंदी की घोषणा के बाद से हर चीज प्रभावित हुई है. खास कर जमीन और फ्लैटों की रजिस्ट्री कार्यालय में इसका असर अधिक रहा है. प्रतिदिन होनेवाली रजिस्ट्री के लिए आनेवाले दस्तावेजों की संख्या एक चौथाई घट गयी . जिला निबंधन कार्यालय के आंकड़ों की तुलनात्मक रिपोर्ट कुछ इसी तरह का इशारा कर रही है. बीते वर्ष की तुलना में इस वर्ष आठ नवंबर से 19 दिसंबर तक करीब 3,900 रजिस्ट्री होनेवाले दस्तावेजों और उससे प्राप्त होनेवाले राजस्व में 25,47,35,684 करोड़ की गिरावट आयी है.
2015 में आठ नवंबर से 19 दिसंबर तक कुल 9,174 हजार दस्तावेजों की रजिस्ट्री हुई. इसके एवज में प्राप्त राजस्व 76,75,05,391 करोड़ रहा. वहीं, इस वर्ष आठ नवंबर से 19 दिसंबर तक मात्र 2,275 दस्तावेजों की रजिस्ट्री हुई और 51,27,69,702 करोड़ राजस्व की प्राप्ति हुई. यानी बीते वर्ष की तुलना में 42 दिनों में इस वर्ष 3,900 दस्तावेज की संख्या घट गयी और 25,4 735,684 राजस्व की हानी हुई.

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