भाजपा अपने सांगठनिक ढांचे में कर रही फेरबदल

पटना : भाजपा अपने सांगठनिक ढांचे में फेरबदल कर रही है. पिछड़े वोटरों पर फोकस करने के लिए पिछड़ा वर्ग मोरचा बनाया जा रहा है. मंचों की भीड़ को कम किया जा रहा है. संगठन को धारदार बनाने के लिए सभी 19 प्रकल्पों को सक्रिय किया जायेगा. मोरचों की संख्या अब 7 होगी. जबकि मंच […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 29, 2016 7:02 AM
पटना : भाजपा अपने सांगठनिक ढांचे में फेरबदल कर रही है. पिछड़े वोटरों पर फोकस करने के लिए पिछड़ा वर्ग मोरचा बनाया जा रहा है. मंचों की भीड़ को कम किया जा रहा है.
संगठन को धारदार बनाने के लिए सभी 19 प्रकल्पों को सक्रिय किया जायेगा. मोरचों की संख्या अब 7 होगी. जबकि मंच अधिकतम 17 होंगे. नये साल में भाजपा के सांगठनिक ढांचे में फेरबदल करने जा रही है. मंचों की संख्या को कम किया जा रहा है. अब अधिकतम 17 मंच ही होगा. 12 मंच केंद्रीय स्तर से होगा. राज्य जरूरत के हिसाब से अधिकतम पांच मंच बना सकते हैं. अभी बिहार में 33 मंच हैं. इनकी संख्या अब बिहार में घटकर 15 या 16 होने जा रही है.
पार्टी पिछड़े वोटरों को अपने से जोड़ने और बड़े चुनावी लाभ के लिए पहली बार पिछड़ा वर्ग मोरचा बनायी है. अब पार्टी में 7 मोरचा, युवा, महिला, किसान, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जन जाति, अल्पसंख्यक और पिछड़ा वर्ग मोरचा होगा. संगठन के सफल संचालन के लिए 19 प्रकल्प बनाये गये हैं. प्रकल्पों के सक्रिय बनाया जा रहा है. जिला स्तर पर भी जल्द ही सभी प्रकल्प काम करने लगेंगे.

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