पटना : बिहार के राज्यपाल रामनाथ कोविन्द ने आज कहा कि कालाधन और भ्रष्टाचार की समस्या से भारत का हरेक वर्ग बुरी तरह प्रभावित हो रहा है जिससे मुक्ति की दिशा में ‘विमुुद्रीकरण’ एक सार्थक प्रयास है. बिहार चैम्बर ऑफ कॉमर्स एण्ड इंडस्ट्रीज के वार्षिक समारोह में कोविंद ने कहा कि कालाधन और भ्रष्टाचार की समस्या से भारत का हरेक वर्ग बुरी तरह प्रभावित हो रहा है. जिससे मुक्ति की दिशा में ‘विमुुद्रीकरण‘ एक सार्थक प्रयास है. इसके परिणामस्वरुप समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को तो राहत मिलेगी. साथ ही वित्तीय एवं व्यापारिक गतिविधियों में आने वाली पारदर्शिता से उद्योग और व्यापार-जगत भी लाभान्वित होगा.
राज्यपाल ने विश्वास व्यक्त किया कि बिहार चैम्बर अर्थव्यस्था में मजबूती के लिए उठाये गये इस सकारात्मक कदम को अपना भरपूर समर्थन प्रदान करेगा. उन्होंने बिहार के औद्योगिक विकास के लिए बिहार की ब्रांडिंग पर जोर देते हुए कहा कि इसके लिए समेकित प्रयास होने चाहिए. राज्यपाल ने कहा कि चैम्बर से जुड़े संगठनों और सदस्यों को पूरी गंभीरता से बिहार के औद्योगिक विकास के लिए एक सार्थक ‘रोड-मैप‘ तैयार कर सरकार के समक्ष प्रस्तुत करना चाहिए.
रामनाथ कोविन्द ने कहा कि राज्य में औद्योगिक निवेश के लिए राज्य सरकार ने अपनी ‘प्रोत्साहन नीति‘ घोषित की है. उसमें भी समय-समय पर आवश्यकताओं के अनुरुप यदि परिमार्जन जरुरी हो, तो चैम्बर को सरकार का ध्यान आकृष्ट करते रहना चाहिए. राज्यपाल ने उम्मीद जाहिर की कि चैम्बर का पूरा सहयोग राज्य और केंद्र सरकार को प्राप्त होगा, ताकि बिहार एक विकसित और समृद्ध प्रदेश के रूप में भारत के मानचित्र पर उभर सके.
उन्होंने कहा कि बिहार राज्य की अर्थव्यवस्था मूल रूप से कृषि पर आधारित है जहां खाद्य-प्रसंस्करणों पर आधारित उद्योग-धंधों का विकास निहायत जरूरी है. बिहार चैम्बर इस दिशा में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है. कार्यक्रम में उद्योग मंत्री जयकुमार सिंंह ने कहा कि राज्य सरकार औद्योगिक नीतियों के निर्धारण में बिहार चैम्बर के सुझावों पर गंभीरतापूर्वक विचार करती है. कार्यक्रम को चैम्बर की अध्यक्ष ओपी शाह, नवनिर्वाचित अध्यक्ष पीके अग्रवाल, महासचिव शशि मोहन ने भी संबोधित किया.