पटना: गांधी मैदान से गुरुवार को दिन के 12 बजे के बाद से अपनी विभिन्न मांगों को लेकर कई संगठन जुलूस के रूप में आर ब्लॉक की ओर निकले. प्रदर्शन को देखते हुए आर ब्लॉक को बंद कर दिया.
प्रदर्शन व जुलूस से शहर के विभिन्न मार्गों पर जाम लग गया. घंटों वाहन फंसे रहे तो लोगों का पैदल चलना भी दूभर था. आधा किलोमीटर का सफर आधा घंटा में तय किया जा रहा था. दिन के एक बजे के बाद आर ब्लॉक गेट बंद कर दिया. संस्कृत शिक्षक -शिक्षकेत्तर कर्मचारी कल्याण संस्थान की ओर से विद्यालय के प्रस्वीकृत एवं कार्यरत शिक्षक -शिक्षकेतर कर्मचारियों के भुगतान के प्रमुख मांगों को लेकर गुरुवार को आर ब्लॉक के समीप महाधरना दिया.
बिहार चिकित्सा एवं स्वास्थ्य कर्मचारी संघ की ओर से स्वास्थ्यकर्मी, ठेका-संविदा पर कार्यरत कर्मी, आशा, ममता सहित अन्य कर्मचारियों ने गांधी मैदान से प्रदर्शन निकाला. मौके पर विजय यादव, विश्वनाथ सिंह, मंजुल कुमार दास, अरूण कुमार सिंह, अनूप राम आदि थे.
विभिन्न मांगों को लेकर बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ के बैनर तले हार्डिग पार्क पर एकदिवसीय भूख हड़ताल में जिले से करीब 1000 से अधिक शिक्षकों ने भाग लिया. समान काम के लिए समान वेतन की मांगों की पूर्ति के विरोध में नियोजित शिक्षकों ने गुरुवार को सभी जिला मुख्यालयों में शिक्षा मंत्री का पुतला दहन किया. अखिल भारतीय ग्रामीण डाक सेवक संघ के आह्वान पर बिहार के ग्रामीण डाक सेवक तीसरे दिन गुरुवार को भी हड़ताल पर रहे.
जीपीओ परिसर में धरना भी दिया गया. इसमें प्रांतीय अध्यक्ष अजरुन कुमार शर्मा, रामराज सिंह, बलिराम पांडे, ब्रज किशोर शर्मा, बाल्मिकी प्रसाद, अजय कुमार, शत्रुघA शर्मा आदि शामिल हुए. राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस(इंटक) बिहार प्रदेश द्वारा प्रतिनिधि सम्मेलन का आयोजन किया गया. उद्घाटन राष्ट्रीय अध्यक्ष दिनेश शर्मा सुंदरियाल ने कहा किजब तक सरकारी कर्मचारियों की तरह आम मजदूरों को हक व अधिकार नहीं मिलेगा, तब तक उन्हें समाज की मुख्यधारा से नहीं जोड़ा जा सकता है.
केंद्र सरकार द्वारा रोजगार गारंटी योजना के तहत मजदूरों को मिलनेवाले लाभ सीधे पंचायतों तक नहीं पहुंच रहे हैं. अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष विश्वमोहन कुमार प्रसाद ने की. मौके पर उपाध्यक्ष सुरेश शर्मा, मो साबिर आलम, मनोज कुमार, विनय सिंह, अरमान मंजर आलम, गिरिश कुमार, संजय भारती सहित दर्जनों लोग उपस्थित थे.