भगवान के आशीर्वाद संग शुरुआत

पटना : नये साल में भगवान का साथ बना रहे, इसके लिए सुबह से ही लोगों की भीड़ मंदिरों में लगी रही. शहर के तमाम मंदिरों के बाहर भक्तों की लंबी-लंबी लाइन लगी रही. भगवान के दर्शन के लिए भक्त गण घंटों तक इंतजार करते रहे. राजवंशी नगर हनुमान मंदिर, हनुमान मंदिर पटना जंकशन, पंचरूपी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 2, 2017 7:17 AM
पटना : नये साल में भगवान का साथ बना रहे, इसके लिए सुबह से ही लोगों की भीड़ मंदिरों में लगी रही. शहर के तमाम मंदिरों के बाहर भक्तों की लंबी-लंबी लाइन लगी रही. भगवान के दर्शन के लिए भक्त गण घंटों तक इंतजार करते रहे. राजवंशी नगर हनुमान मंदिर, हनुमान मंदिर पटना जंकशन, पंचरूपी हनुमान मंदिर, बोरिंग कैनाल रोड, साई मंदिर कंकड़बाग आदि जगहों पर देर शाम तक भगवान के दर्शन के लिए भक्तों की लंबी कतार लगी रही.
दो करोड़ चालीस लाख का बिका नैवेद्यम : हमेशा की तरह इस बार भी नये साल में हनुमान मंदिर पटना जंकशन में सुबह तीन बजे से लोग भगवान के पट खुलने का इंतजार करते रहे. सुबह पांच बजे की पहली आरती के साथ भगवान का द्वार भक्तों के लिये खोला गया.
इसके बाद से रात दस बजे तक लोग भगवान के दर्शन को आते रहे. मंदिर प्रशासन के एकाउंटेंट नागेंद्र ओझा ने बताया कि सुबह से रात दस बजे तक दस हजार किलो लड्डू बिक गया. दो करोड़ चालीस लाख रुपये का नैवेद्यम नये वर्ष में बिका. उन्हाेंने मंदिर प्रशासन की ओर मंदिर प्रशासन की ओर मंदिर प्रशासन की ओर बताया कि दर्शन करने वालों की काफी भीड़ थी. लगभग ढाई लाख लोगों ने भगवान के दर्शन किये. नैवेद्यम खरीदने में लोगों को सुविधा मिले, इसके लिए मंदिर प्रशासन की ओर से चार बड़े काउंटर मंदिर के बाहर लगाये गये थे, इसमें से एक महिलाओं के लिए काउंटर था.
हर मंदिर में दिखी भक्तों की लाइन : शहर के अधिकतर मंदिरों में भक्तों की लाइन देर शाम तक दिखी. राजवंशी नगर स्थित हनुमान मंदिर प्रांगण के बाहर सड़क पर लंबी लाइन लगी रही. ऐसा ही हाल कंकड़बाग स्थित सांईं मंदिर और पॉलिटेक्निक चौराहे स्थित साई मंदिर का भी था. सड़कों तक भक्तों की लाइन लगी हुई थी. कुछ ऐसा ही हाल खाजपुरा स्थित शिव मंदिर का भी था. शिव मंदिर में भगवान को जलाभिषेक की भीड़ सुबह से शाम तक रही.
उम्मीद के अनुरूप नहीं हुआ फूलों का कारोबार : साल का पहला दिन फूल कारोबारियों के लिए अच्छा नहीं रहा. देर शाम तक ग्राहकों का इंतजार करते गुजर गया. ग्राहक आये भी तो इक्के-दुक्के. वो भी कम बजट वाले बुके खरीदे. कारोबारियों की मानें तो पहली बार ऐसा हुआ है कि नववर्ष के मौके पर बाजार से ग्राहक दूर रहे. इस कारण आज बुके की कीमत शाम होते-होते कम हो गयी. जो बुके सुबह 150 से 200 रुपये में बिकी, वही शाम होते ही 100 से 120 रुपये तक हो गयी.

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