गोद लेना होगा आसान, अब सभी जिलों में होगी एजेंसी

23 जिलों में एजेंसियां कार्यरत, 15 नये जिलों में एजेंसी खोलने के लिए विभाग है प्रयासरत पटना : अब बच्चा गोद लेने की राह आसान होगी. इसके लिए समाज कल्याण विभाग की ओर से 15 नये जिलों में गोद लेनेवाली एजेंसी खोली जा रही है. फिलहाल सूबे के 23 जिलों में एजेंसी चल रही है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 3, 2017 7:17 AM
23 जिलों में एजेंसियां कार्यरत, 15 नये जिलों में एजेंसी खोलने के लिए विभाग है प्रयासरत
पटना : अब बच्चा गोद लेने की राह आसान होगी. इसके लिए समाज कल्याण विभाग की ओर से 15 नये जिलों में गोद लेनेवाली एजेंसी खोली जा रही है. फिलहाल सूबे के 23 जिलों में एजेंसी चल रही है. इनमें नौ जिलों में एजेंसी पूरी तरह से काम कर रही है, जबकि 14 जिलों में इस माह से बच्चों के गोद लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी जायेगी. शेष 15 जिलों में इसके लिए विभाग की ओर से काम किया जा रहा है. जल्द ही इन जिलों में भी एजेंसियां खोली जायेंगी.
गोद लेनेवाली एजेंसियाें का होगा विस्तार : समाज कल्याण विभाग की ओर से बिहार भर में गोद लेनेवाली एजेंसियों का विस्तार किया जा रहा है. फिलहाल जिन नौ जिलों में 10 एजेंसियां पूरी तरह काम कर रही हैं, उनमें दो पटना जिले की हैं. पूर्व में पटना जिले से पादरी की हवेली सरकार द्वारा नामित एजेंसी थी, लेकिन अब इसकी जगह पर नारी गुंजन को सरकारी एजेंसी के रूप में नामित किया गया है. वहीं, दूसरी संस्था प्रयास भारती ट्रस्ट है, जो निबंधित एजेंसी है. इन दोनों जगहों से कानूनी प्रक्रिया के तहत बच्चों को गोद ले सकते हैं.
पूरी तरह से होता है सरकार का नियंत्रण : निबंधित एजेंसियों को बच्चों के लालन-पालन पर आनेवाला खर्च सरकार द्वारा वहन किया जाता है. ये पूर्णत: सरकार से नियंत्रित होती हैं. कितने बच्चे एजेंसी में हैं? कितने बच्चों को गोद लिया गया है? ये जानकारी सरकार के पास उपलब्ध होती है. यदि कोई भी दंपती बच्चा गोद लेना चाहता है, तो उन्हें इन्हीं निबंधित एजेंसियों से गोद लेना होगा. यदि किसी भी अनाथालय से कोई भी व्यक्ति बिना राज्य दत्तक ग्रहण संस्थान (सारा) के कानूनी प्रक्रिया पूरी किये बगैर बच्चा गोद लेते हैं, तो वह केंद्र दत्तक संस्थान (कारा) के गाइड लाइन के अनुसार वह वैद्य नहीं होगा.
यहां है एजेंसी की सुविधा
नालंदा, भागलपुर, दरभंगा, छपरा, मुजफ्फरपुर, सहरसा, पटना, गया, पूर्णिया, पश्चिम चंपारण, सीतामढ़ी, बेगूसराय, मधुबनी, मधेपुरा, अररिया, कटिहार, सीवान, कैमूर, नवादा, वैशाली, गोपालगंज, मुंगेर और सारण.

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