वंदेभारत की मिली सौगात, पूमरे के 92 स्टेशन एयरपोर्ट जैसे दिखेंगे

साल 2024 में दानापुर मंडल समेत पूर्व मध्य रेलवे जोन के यात्रियों को रेलवे की ओर से कई बड़ी सौगात मिली.

By Prabhat Khabar News Desk | December 30, 2024 1:08 AM

आनंद तिवारी, पटना साल 2024 में दानापुर मंडल समेत पूर्व मध्य रेलवे जोन के यात्रियों को रेलवे की ओर से कई बड़ी सौगात मिली. पिछले कई वर्षों की मांग इस वर्ष पूरी हुई और पटना जंक्शन से पटना-दुमका एक्सप्रेस समेत कई ट्रेनें दौड़ीं. इसके अलावा ट्रेनों की फेहरिस्त में आधुनिक सुविधाओं से लैस सबसे तेज चलने वाली वंदेभारत एक्सप्रेस की सौगात पटना जंक्शन समेत पूर्व मध्य रेलवे के महत्वपूर्ण स्टेशनों को मिली. इसके अलावा पटना से बाबा बैद्यनाथ धाम, राजगीर, दानापुर से बेंगलुरु, दुमका और लखनऊ की यात्रा के लिए कई विकल्प मिले. 2024 के रेल बजट में पूमरे जोन के 92 स्टेशनों पर अब एयरपोर्ट जैसी सुविधाएं विकसित करने का फैसला लिया गया है. 57 स्टेशनाें का साैंदर्यीकरण और पुनर्विकास के लिए किया गया चयन पूर्व मध्य रेलवे के पटना जंक्शन समेत 57 स्टेशनाें का अमृत भारत स्टेशन विकास याेजना के तहत साैंदर्यीकरण और पुनर्विकास कार्य के लिए शामिल किया गया है. इसमें करीब दो दर्जन स्टेशनों पर कार्य शुरू कर दिया गया है. इन स्टेशनों को वर्ष 2065 में यात्रियों की क्षमता के हिसाब से सुविधाएं उपलब्ध करायी जायेंगी. पूमरे के कुल 57 स्टेशनों में से सोनपुर रेल मंडल के 15 स्टेशनों पर 680.8 करोड़ और दानापुर मंडल के 13 स्टेशनों पर 295 करोड़ होंगे. धनबाद मंडल के 15, सोनपुर मंडल के 10, समस्तीपुर मंडल के 12 और डीडीयू मंडल के सात स्टेशनों के रि-डेवलपमेंट की योजना के तहत कार्य किये जा रहे हैं. पटना से हावड़ा, लखनऊ, टाटा नगर, रांची समेत पांच वंदेभारत ट्रेन की सौगात मिली. इस ट्रेन से जहां दूरी कम हो गयी, वहीं अब पटना से सिर्फ 8 घंटे 40 मिनट, हावड़ा साढ़े छह घंटे तो मात्र सात घंटे में यात्री टाटा नगर तक पहुंच जा रहे हैं. इसके अलावा वेटिंग कम करने व यात्रा में कोई परेशानी नहीं हो इसको लेकर पूर्व मध्य रेलवे में वर्तमान में कुल 65 से अधिक स्पेशल ट्रेनें चलायी जा रही हैं. रेलवे बोर्ड से वर्ष 2024 के बजट में कुल 1268 करोड़ मिले हैं. इनमें बिहटा औरंगाबाद रेल परियोजना के लिए बजट में 376 करोड़ आवंटित किये गये हैं. पूर्व मध्य रेलवे की नयी और पुरानी रेल परियोजनाओं के लिए 70,672 करोड़ के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी गयी है. बिहार में 98% रेलवे लाइनों का विद्युतीकरण हो चुका है. बिहार के इन स्टेशनों को किया जा रहा विकसित विकसित किये जा रहे स्टेशनों में अनुग्रह नारायण रोड, लखमीनिया, सलौना, कहलगांव, नाैगछिया, पीरपैंती, सुल्तानगंज, आरा, बिहिया. बक्सर-डुमरांव, रघुरनाथपुर, दरभंगा जंक्शन, गया जंक्शन, पहाड़पुर, जमुई, सिमुलतला, जहानाबाद, भभुआ रोड, दुरगौती, कुद्रा, बारसोई जंक्शन, खगड़िया जंक्शन, मानसी, किशनगंज, ठाकुरगंज, जयनगर, मधुबनी, संकरी, जमालपुर जंक्शन, ढोली, मुजफ्फरपुर जंक्शन, रामदयालु नगर, बिहार शरीफ, राजगीर, नरकटियागंज जंक्शन, सुगौली, बख्तियारपुर, बाढ़, फतुहा,तरेगना, बापू धाम, बनमंखी, सासाराम, सहरसा,दलसिंह सराय, समस्तीपुर, सोनपुर जंक्शन, सीतामढ़ी व हाजीपुर जंक्शन शामिल हैं.

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