पटना की निखरेगी छवि, स्वच्छता सर्वे परसों से

साफ-सफाई. लगातार दो सर्वेक्षणों में पिछड़ा, टॉप चार गंदे शहरों में रहा है शुमार वर्ष 2014-15 में 429वां स्थान, ताे स्वच्छता सर्वेक्षण 2016 में 69वें पायदान पर रहा पटना पटना : शहर के पास एक और मौका है अपनी छवि को सफाई के मामले में राष्ट्रीय स्तर पर बेहतर करने का. स्वच्छता सर्वेक्षण रिपोर्ट 2017 […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 5, 2017 7:30 AM
साफ-सफाई. लगातार दो सर्वेक्षणों में पिछड़ा, टॉप चार गंदे शहरों में रहा है शुमार
वर्ष 2014-15 में 429वां स्थान, ताे स्वच्छता सर्वेक्षण 2016 में 69वें पायदान पर रहा पटना
पटना : शहर के पास एक और मौका है अपनी छवि को सफाई के मामले में राष्ट्रीय स्तर पर बेहतर करने का. स्वच्छता सर्वेक्षण रिपोर्ट 2017 सफाई और शौचालय के मामले में पहले से शहर के लिए बनी अवधारणा को बदल सकती है. सात जनवरी से स्वच्छता सर्वेक्षण की शुरुआत होने वाली है.
लगभग एक माह तक सर्वेक्षण किया जायेगा. फिर केंद्रीय टीम की जांच रिपोर्ट के आधार पर पूरे देश के लगभग पांच सौ शहरों की सफाई रेटिंग की सूची केंद्र सरकार प्रकाशित करेगी. रिपोर्ट में एक बार फिर से देश भर के शहरों में सफाई के मामले में पटना के स्थान का पता चलेगा. हालांकि बीते दो सर्वेक्षण में पटना की स्थिति बेहद खराब रही है, लेकिन प्रकाश पर्व के कारण इस बार शहर की सफाई और स्वच्छता संबंधी काफी काम किये गये हैं. इसलिए इस बार शहर की छवि बदलने के साथ रेटिंग में सुधार होने की पूरी संभावना है.
500 शहरों में होगा सर्वेक्षण
यह सर्वेक्षण देश के कुल 500 शहरों में होना है. इस सर्वे से स्वच्छता के लिए शहरवासियों में प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा दिया जायेगा. निगम सफाई आदि में नागरिकों की सक्रिय भागीदारी और स्वच्छ भारत मिशन के तहत हो रहे बदलाव की जानकारी भी जुटायेगा.
लगातार पिछड़ता रहा है पटना
शहर लगातार दो स्वच्छता सर्वेक्षणों में पिछड़ता रहा है. बीते वर्ष 2014-15 में स्वच्छता नीति 2008 के तहत देश के 476 शहरों का सर्वे किया गया था. इस सर्वे में पटना की स्थिति काफी खराब रही थी.
इसमें पटना को 429वां स्थान मिला था, जबकि लखनऊ 220 व रांची 223वें स्थान पर थी. इसके बाद स्वच्छता सर्वेक्षण में 73 शहरों का सर्वे किया गया. यहां पटना को टॉप चार गंदे शहरों में रखा गया.

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