गांधी सेतु के ऊपरी स्ट्रक्चर का 15 से शुरू होगा काम
पटना : महात्मा गांधी सेतु के ऊपरी स्ट्रक्चर को बदले जाने के काम का 15 जनवरी से शुरू होगा. केंद्रीय सड़क, भूतल, परिवहन मंत्री नितिन गडकरी द्वारा कार्यारंभ करने की संभावना है. गांधी सेतु का मरम्मत शीघ्र शुरू किये जाने को लेकर छपरा की एक सभा में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने घोषणा की थी. […]
पटना : महात्मा गांधी सेतु के ऊपरी स्ट्रक्चर को बदले जाने के काम का 15 जनवरी से शुरू होगा. केंद्रीय सड़क, भूतल, परिवहन मंत्री नितिन गडकरी द्वारा कार्यारंभ करने की संभावना है. गांधी सेतु का मरम्मत शीघ्र शुरू किये जाने को लेकर छपरा की एक सभा में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने घोषणा की थी.
विश्वस्त सूत्रों के अनुसार केंद्रीय मंत्री द्वारा 15 जनवरी को कार्यारंभ किये जाने के बाद गांधी सेतु का निर्माण करनेवाली कंपनी रूस की फिबमॉफ, मुंबई की कंपनी एफकॉन्स के साथ ज्वाइंट वेंचर में काम करेगी. इसके लिए कंपनी द्वारा योजना तैयारी की जा रही है. बेस कैंप बनाने का काम हाजीपुर साइड में हो रहा है.
इसके लिए व्यापक रूप से जमीन खोजने का काम भी हो रहा है. ऊपरी स्ट्रक्चर के बदलने के लिए कंपनी के विशेषज्ञ निरीक्षण कर स्थल का मुआयना कर चुके हैं. सेतु के ऊपरी स्ट्रक्चर को बदलने में कम से कम समय लगे इस दिशा में काम करने के लिए चयनित कंपनी को निर्देश मिला है. जानकारों के अनुसार ऊपरी स्ट्रक्चर को बदलने के काम के लिए स्वीट्जरलैंड से मशीन आयेगी.
बनेगा स्टील फ्रेम
गांधी सेतु के ऊपरी स्ट्रक्चर को बदलने के लिए सेतु के ऊपरी हिस्से की कटिंग कर उस पर स्टील का फ्रेम बनेगा. गांधी सेतु की देखरेख कर रहे अभियंता ने बताया कि काम के लिए हाजीपुर साइड में बेस कैंप तैयार होगा. जमीन की तलाश हो रही है, ताकि काम करने के लिए मशीन को लाने व ले जाने में सहूलियत हो.
अप स्ट्रीम में होगा कटिंग का काम : ऊपरी स्ट्रक्चर बदलने का काम अप स्ट्रीम पश्चिमी लेन से आरंभ होगा. पश्चिमी लेन में पाया संख्या 46 के पास कटिंग होने के कारण काम शुरू करने में सहूलियत होगी. इस दौरान यातायात बाधित नहीं होगा. सेतु के ऊपरी स्ट्रक्चर के निर्माण की देखरेख सेपरेट प्रोजेक्ट इंपलीमेंटेशन यूनिट करेगी. यह काम पथ निर्माण विभाग की पटना डिवीजन करेगी. ऊपरी स्ट्रक्चर के बदलने पर लगभग 1742 करोड़ खर्च होंगे.
पटना. भवन निर्माण विभाग में 50 करोड़ से अधिक राशि से होनेवाले काम के लिए टेंडर को लेकर मानक तैयार किया गया है. टेंडर को लेकर विसंगतियों की शिकायत मिलने के बाद विभाग ने इसमें सुधार किया है.
टेंडर आमंत्रण करने के लिए अब हर हाल में बीड डॉक्यूमेंट डालने का काम टेंडर के प्रारंभिक तिथि से 21 दिन पहले एनआइटी को भेजा जाना अनिवार्य है. समाचारपत्रों में टेंडर डालने के लिए साइट पर अपलोड करने की अंतिम तिथि से कम से कम 10 दिनों का अंतर रखना होगा. विभागीय सूत्रों ने बताया कि टेंडर के निष्पादन में पारदर्शिता को लेकर नयी व्यवस्था की गयी है.
विभाग से मिली जानकारी के अनुसार 50 करोड़ से अधिक राशि से होनेवाले निर्माण काम के लिए अधिकारियों की टीम ने मानक तैयार किया. इसमें टेंडर आमंत्रण सूचना व बीड डॉक्यूमेंट का मानक प्रारूप तैयार किया गया है. विभाग को विभिन्न प्रमंडलों द्वारा 50 करोड़ से अधिक राशि से होनेवाले काम में टेंडर प्रक्रिया में अंतर मिली है. इसे दूर करने के लिए एक मानक प्रारूप तैयार किया गया है.