प्रकाश पर्व :ज्ञान और मोक्ष की धरती है बिहार : नीतीश
पटना : श्री गुरु गोबिंद सिंह के 350वें प्रकाशोत्सव पर गांधी मैदान में आयोजित कार्यक्रम में गुरुवार को सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार ज्ञान और मोक्ष की धरती है. यह विभिन्न धर्मों की ह्दय स्थली है. इसका सबसे बड़ा उदाहरण है कि एक तरफ दशमेश पिता साहेब-ए-कमाल गुरु गोबिंद सिंह जी महाराज का […]
पटना : श्री गुरु गोबिंद सिंह के 350वें प्रकाशोत्सव पर गांधी मैदान में आयोजित कार्यक्रम में गुरुवार को सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार ज्ञान और मोक्ष की धरती है. यह विभिन्न धर्मों की ह्दय स्थली है. इसका सबसे बड़ा उदाहरण है कि एक तरफ दशमेश पिता साहेब-ए-कमाल गुरु गोबिंद सिंह जी महाराज का प्रकाश पर्व मनाया जा रहा है, तो दूसरी तरफ बोधगया में 24वां कालचक्र पूजा का आयोजन किया जा रहा है. यह दोनों कार्यक्रम बिहार के लिए गौरव के विषय हैं.
इसी वर्ष बापू के चंपारण आंदोलन का 100वां साल है. उन्होंने कहा कि गुरु गोबिंद सिंह जी ने मानवता की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व अर्पण कर दिया. वह एक महान संत, सिपाही, श्रेष्ठ विद्वान, दया और त्याग की प्रतिमूर्ति थे. 42 वर्ष की उम्र में ही उन्होंने ऐसे कार्य कर दिये, जो किसी चमत्कार से कम नहीं है. गुरुजी ने दलित और वंचित लोगों की रक्षा करने के लिए वीरों की अतुलनीय सेना तैयार की थी. उनके द्वारा स्थापित खालसा पंथ भाईचारे की मिसाल है. उन्होंने कहा कि गुरु गोबिंद सिंह जी की जीवनी से प्रेरणा लेकर खुशहाल समाज बनायेंगे. देश में प्रेम का संदेश फैलेगा.
पटना. दशमेश गुरु श्री गुरु गोबिंद सिंह जी महाराज के 350वें प्रकाश उत्सव के मौके पर राज्यपाल रामनाथ कोविंद ने कहा कि बिहार सचमुच गौरवशाली राज्य है, जहां गुरु गोबिंद सिंह जैसे महान त्यागी और वीर राष्ट्र नायक ने जन्म लिया. उन्होंने कहा कि विश्व के प्रथम गणतंत्र की जननी वैशाली, भगवान बुद्ध, भगवान महावीर और गुरु गोबिंद सिंह जी की पावन भूमि है.
राज्यपाल ने कहा कि गुरु गोबिंद सिंह जी महाराज का जीवन चरित्र, समस्त व्यक्तित्व और कृतित्व उनके संघर्ष, त्याग, बलिदान और मानवता की सेवा की शानदार गाथा है. उनकी जीवन गाथा में एक ओर अगर धर्म, संस्कृति और स्वदेश की रक्षा के लिए पूरे परिवार को न्योछावर करने के दुर्लभतम दृष्टांत हैं और विदेशी आक्रमणकारियों के भय से त्रस्त समाज को जगाने वाली प्रबल हुंकार है. गुरु जी ने अपने शिष्यों में यह विश्वास जगाया कि तुम्हारा जन्म ईश्वरीय प्रयोजन की सिद्धि के लिए ही हुआ है.
जमीन पर बैठे लालू, शत्रुघ्न तेजस्वी और तेज प्रताप
मुख्य समारोह में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद, पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल, केंद्रीय मंत्री हरसिमरत सिंह कौर, केंद्रीय मंत्री रामकृपाल यादव, एसएस अहलुवालिया, विस अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी, सांसद शत्रुघ्न सिन्हा, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव, स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव जमीन पर बैठे. कार्यक्रम के समापन के बाद सबों ने लंगर चखा.
जिन्हें विरासत का एहसास नहीं, उनका इतिहास नहीं होता : सरदार मक्कड़
पटना. हरिमंदिर साहिब गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष अवतार सिंह मक्कड़ ने बिहार सरकार और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को गुरुपर्व के शानदार आयोजन के लिए बधाई दी. मुख्य समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि दुख के नाश, गरीब की भलाई और जुल्मी शासक से बचाने के लिए गुरु जी ने अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया. इसके लिए ही वे जन्म लिये. उन्होंने कहा कि खालसा पंथ का सृजन कर उन्होंने अत्याचार से लोगों को बचाया. मक्कड़ ने कहा कि हमें विरासत संभालना होगा.जिसे विरासत का एहसास नहीं, उनका इतिहास नहीं होता. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि इन पर गुरु जी ने कृपा की है.
पटना. पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के 350वें प्रकाश पर्व पर लोगों से जाति, रंग और नस्ल रहित समाज सृजन के लिए गुरु साहिब जी द्वारा दिखाये मार्ग पर चलने की अपील की. उन्होंने कहा कि श्री गुरु गोबिंद सिंह जी समाजवाद, मानव अधिकार और धार्मिक आजादी के सही मायनों में रक्षक थे. उन्होंने कहा कि गुरु जी ने सभी धर्मों का सत्कार करने की जोरदार समर्थन किया था. जुल्म के विरुद्ध संघर्ष के लिए दसवें गुरु ने खालसा पंथ का सृजन किया. उन्होंने गरीबों और परेशान लोगों को मुगलों के अन्याय और अत्याचार के विरुद्ध संघर्ष करने के लिए शक्ति संपन्न किया. बादल ने कहा कि गुरु जी ने एक बाटे में से अमृत छका कर बराबरी वाले समाज की शिक्षा दी. उन्होंने कहा कि गुरु जी ने सदा ही एक परमात्मा और मानवता के लिए प्रेम का संदेश दिया. बादल ने लोगों को मानवता की रक्षा के लिए महान गुरु जी द्वारा दिखाये मार्ग पर चलने की अपील की. श्री गुरु गोबिंद सिंह जी का बेमिसाल बलिदान विश्व इतिहास के लिए प्रकाश पुंज साबित होगा.
राज्यपाल और सीएम ने पीएम का किया स्वागत
पटना. गुरु गोबिंद सिंह जी महाराज के 350वें प्रकाश उत्सव में शामिल होने के लिए पटना पहुंचे पीएम नरेंद्र मोदी का पटना हवाई अड्डा पर राज्यपाल रामनाथ कोविंद और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया. अभिनंदन समारोह के बाद पीएम के साथ ही राज्यपाल और मुख्यमंत्री गांधी मैदान में आयोजित प्रकाशोत्सव में भी शामिल हुए.
राज्यपाल कोविंद और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने समारोह संपन्न होने के बाद बाद पीएम को पटना हवाई अड्डा पर विदा भी किया. प्रधानमंत्री का विशेष विमान करीब तीन बजे दिल्ली के लिए विदा हो गया.
टेंट सिटी में बिहार और पंजाब सरकार का पूरा मंत्रिमंडल
गांधी मैदान में बिहार और पंजाब सरकार का मंत्रिमंडल तीन घंटे के लिए समा गया था. गुरु गोविंद सिंह जी के 350 वें प्रकाश पर्व ने यह मौका मुहैया कराया. यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तो मुख्य अतिथि थे ही इसके साथ ही बिहार के मुख्यमंत्री और पंजाब के मुख्यमंत्री थे. इनके साथ इनका पूरा कैबिनेट यहीं था.
प्रधानमंत्री ने जारी किया डाक टिकट
पटना. गुरु गोबिंद सिंह जी महाराज के साढ़े तीन सौ वें प्रकाश उत्सव के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डाक टिकट जारी किया. मुख्य समारोह स्थल गांधी मैदान के मुख्य मंच से प्रधानमंत्री ने दस रुपये मूल्य वाले डाक टिकट को जारी किया. इस मौके पर केंद्रीय कानून और आइटी मंत्री रविशंकर प्रसाद व अन्य मौजूद थे.
जिस समय प्रधानमंत्री डाक टिकट जारी कर रहे थे मंच पर उनके अलावा राज्यपाल राम नाथ कोविंद, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, पंजाब के सीएम प्रकाश सिंह बादल, केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान, तख्त हरमंदिर साहिब के अध्यक्ष अवतार सिंह मक्कर और जत्थेदार सरदार इकबाल सिंह मौजूद थे. जारी डाक टिकट में हरमंदिर साहिब का चित्र और उसमें गुरु पर्व के 350 वें वर्ष को अंकित किया गया है.
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में गुरु गोबिंद सिंह को त्याग की प्रतिमूर्ति बताया. प्रधानमंत्री ने उनके पिता की शहादत और पुत्रों की शहादत को याद करते हुए कहा कि गुरु गोबिंद सिंह चाहते तो गुरु परंपरा को आगे बढढा सकते थे. लेकिन, उन्होंने ऐसा नहीं किया. जिस खालसा पंथ की उन्होनें स्थापना की उसका खुद भी पालन किया. अपने संबोधन के बाद प्रधानमंत्री ने गांधी मैदान में ही लंगर भी चखा.