बादशाह दरवेश के प्रकाश पर बधाइयों से गूंज उठा पंडाल
पटना सिटी : ठंड की ठिठुरती व ओस टपकाती रात, बैंड पर गुरुवाणी की धुन व आनंद साहिब के पाठ के बीच मध्य रात को जब साहिब-ए-कमाल कलगीधर बादशाह दरवेश श्री गुरु गोबिंद सिंह जी महाराज का प्रकाश होते ही पंडाल बधाइयों से गूंज उठा. देश-विदेश से जुटे लाखों संगत की ओर से लगायी जा […]
पटना सिटी : ठंड की ठिठुरती व ओस टपकाती रात, बैंड पर गुरुवाणी की धुन व आनंद साहिब के पाठ के बीच मध्य रात को जब साहिब-ए-कमाल कलगीधर बादशाह दरवेश श्री गुरु गोबिंद सिंह जी महाराज का प्रकाश होते ही पंडाल बधाइयों से गूंज उठा. देश-विदेश से जुटे लाखों संगत की ओर से लगायी जा रही वाहे गुरु की खालसा, वाहे गुरु की फतेह गूंज से माहौल भक्तिमय हो गया. कुछ इसी तरह का नजारा था मध्य रात के बाद आरंभ हुए धार्मिक आयोजन का. हालांकि, देर रात प्रकाशोत्सव समारोह की शुरुआत हुई. इसके बाद दो दिनों से चल रहे श्री गुरु ग्रंथ साहिब के अखंड पाठ की समाप्ति हुई.
तख्त साहिब के दरबार हाल में सजे विशेष दीवान में जन्म कथा तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी इकबाल सिंह ने की. जन्म कथा की समाप्ति के बाद आनंद साहिब कीर्तन रागी भाई जोगिंदर सिंह व भाई लोकिंदर सिंह ने की. इसके बाद आनंद साहिब का पाठ चला. इसके बाद आरती,अरदास, हुकूमनामा जत्थेदार ज्ञानी इकबाल सिंह ने की. इसके बाद और दीवान की समाप्ति के साथ बैंड पर गुरुवाणी की धुन व फूलों की बरसा हुई़ इधर, देर रात मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी प्रकाशोत्सव में शामिल होने श्री हरिमंदिर सािहब पहुंचे़
कीर्तन दरबार व संत समागम: इसके पूर्व तख्त साहिब में प्रकाशोत्सव को लेकर रात्रि 8.40 मिनट से विशेष दीवान में कीर्तन दरबार व संत समागम हुआ, जिसकी शुरुआत परम संत बाबा सतनाम सिंह जी राजा जोगी मुखी नीलधारी संप्रदाय पिपली साहिब ने की. इसके बाद भाई रविंदर सिंह जी हुजूरी रागी जत्था दरबार साहिब अमृतसर ने कीर्तन किया. फिर मौका आया दृष्टिबाधित रागी भाई लखविंदर सिंह हुजूरी रागी जत्था दरबार साहिब अमृतसर का.
भाई इंदरजीत सिंह हुजूरी रागी जत्था दरबार साहिब अमृतसर, भाई राय सिंह जी हुजूरी रागी जत्था दरबार साहिब अमृतसर ने शबद कीर्तन कर संगत को निहाल कर दिया.