अब रेलवे अपनी बिजली का करेगा उपयोग
पटना : रेलवे जल्द ही अपने काम के लिए अपनी बिजली का उपयोग करेगी. सिर्फ बिहार सरकार से एनओसी मिलने की देरी है. रेलवे के अधिकारी एनओसी लेने के लिए प्रयासरत हैं. रेलवे के अधिकारी इसको लेकर राज्य के ऊर्जा मंत्रीबिजेंद्र प्रसाद यादव व विभाग के प्रधान सचिव से हाल ही में मिलकर अनुरोध भी […]
पटना : रेलवे जल्द ही अपने काम के लिए अपनी बिजली का उपयोग करेगी. सिर्फ बिहार सरकार से एनओसी मिलने की देरी है. रेलवे के अधिकारी एनओसी लेने के लिए प्रयासरत हैं. रेलवे के अधिकारी इसको लेकर राज्य के ऊर्जा मंत्रीबिजेंद्र प्रसाद यादव व विभाग के प्रधान सचिव से हाल ही में मिलकर अनुरोध भी कर चुके हैं.
जल्द ही इस संबंध में निर्णय हो जायेगा. रेलवे और एनटीपीसी ने संयुक्त रुप में औरंगाबाद में थर्मल पावर प्लांट लगाया है. 250 मेगावाट क्षमता का चार यूनिट यहां पर लगाये गये हैं. इससे उत्पादित 90 फीसदी बिजली का उपयोग रेलवे करेगा, जबकि 10 फीसदी बिजली बिहार को मिलेगी. अभी रेलवे बिहार की बिजली कंपनियों से बिजली खरीदती है. रेलवे दोनों बिजली कंपनियों का बड़ा ग्राहक है. रेेलवे औसतन 300 मेगावाट बिजली लेती है. एनओसी मिलने के बाद रेलवे राज्य की बिजली वितरण कंपनियों से बिजली लेना बंद कर देगी.
बाजार से कम खरीदनी होगी बिजली
रेलवे व एनटीपीसी के संयुक्त उपक्रम भारतीय रेल बिजली कंपनी से बिजली लेगी. एनओसी के लिए पिछले महीने रेलवे के अधिकारी दिल्ली में ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव से मिले थे.
चार दिन पहले भी रेलवे के अधिकारी ऊर्जा मंत्री और विभाग के प्रधान सचिव एनओसी को लेकर मिले थे. इस साल के अंत तक सभी चारों इकाइयों से उत्पादन शुरू हो जायेगा. रेलवे जब अपनी बिजली का उपयोग करने लगेगी तो रेलवे को मिलनेवाली बिजली आम लोगों को मिलने लगेगी. बाजार से तब कम बिजली खरीदनी होगी. अभी औसतन 1000 मेगावाट रोज बिजली की खरीद होती है.