कोलकाता : बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने आज जदयू के साथ अपनी पार्टी के गंठबंधन को कोई खतरा होने से इनकार किया.
मोदी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के राज्य में गंठबंधन को लेकर संतोष जताने के एक दिन बाद यहां संवाददाताओं से कहा, बिहार में गठबंधन ठीक ढंग से कार्य कर रहा है और उसे कोई खतरा नहीं है.
भाजपा के एक वरिष्ठ नेता मोदी ने कहा, भविष्य में यदि कोई मुद्दा उठता है तो उसे भाजपा संसदीय बोर्ड द्वारा सुलझाया जाएगा. उन्होंने कहा कि गंठबंधन अच्छी तरह से काम कर रहा है क्योंकि तीन स्थानों पर उपचुनाव के लिए दोनों दलों के बीच सीट बंटवारे का समझौता बिना किसी मुश्किल के हो गया. उन्होंने कहा कि जदयू दो सीटों पर जबकि भाजपा एक सीट पर चुनाव लड़ेगी.
कल कुमार ने कहा था कि बिहार में भाजपा के साथ गंठबंधन ठीक तरह से काम कर रहा है और यह आगे भी करता रहेगा.
जदयू और भाजपा के बीच संबंधों में उस समय तनाव आ गया था जब कुमार ने हाल में नरेंद्र मोदी को भाजपा द्वारा प्रधानमंत्री पद का संभावित रुप से उम्मीदवार बनाये जाने का विरोध किया था.
मोदी ने आज आशा जतायी कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सारधा समूह घोटाले से धोखाधड़ी के शिकार निवेशकों के हितों की रक्षा करेंगी और मांग की कि केंद्र सरकार को चिट फंड की अनियमितताओं पर हस्तक्षेप करना चाहिए.
बिहार के उपमुख्यमंत्री मोदी ने यहां संवाददाताओं से कहा, वह एक ईमानदार और कठिन परिश्रम करने वाली महिला हैं. मुझे आशा है कि वह कुछ करेंगी. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री को इस मामले में तुरंत हस्तक्षेप करना चाहिये. मोदी ने कहा, इन कंपनियों से निपटने के लिये राज्य के कानून अप्रभावी हैं जो विभिन्न तरीकों से जनता से धन इकट्ठा कर रही हैं.
उन्होंने कहा, केवल केंद्र सरकार की मदद से आरबीआई, सेबी, कंपनी मामलों का मंत्रालय और एसएफआईओ इस समस्या से निपट सकते हैं और एक एकीकृत नियामक की जरुरत है.यह पूछे जाने पर कि सारदा समूह घोटाले में तृणमूल कांग्रेस के कुछ सांसदों का नाम आ रहा है, इस पर मोदी ने कहा, मैं इस बात से बेहद खुश हूं कि बिहार का एक भी नेता इन कंपनियों से नहीं जुड़ा है.
यदि किसी पार्टी का नेता शामिल है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिये. उन्होंने कहा कि सारदा जैसी कई चिटफंड कंपनियां हैं जो पश्चिम बंगाल में पंजीकृत हैं लेकिन बिहार के कई जिलो में काम कर रही हैं.