19.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

लालू को जेपी पेंशन की सुविधा दिये जाने पर सियासत तेज, श्याम रजक ने किया कमेंट

पटना : बिहार सरकार द्वारा राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद को जेपी सेनानी सम्मान पेंशन योजना दिए जाने को लेकर सियासत तेज हो गयी है. इस मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए श्याम रजक ने कहा है कि सरकार ने जरूरत मंदों के लिये यह पेंशन की सुविधा प्रदान की है. इस पेंशन योजना के तहत […]

पटना : बिहार सरकार द्वारा राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद को जेपी सेनानी सम्मान पेंशन योजना दिए जाने को लेकर सियासत तेज हो गयी है. इस मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए श्याम रजक ने कहा है कि सरकार ने जरूरत मंदों के लिये यह पेंशन की सुविधा प्रदान की है. इस पेंशन योजना के तहत लालू प्रसाद यादव को हर महीने दस हजार रुपये मिलेंगे. लालू जेपी आंदोलन के दौरान छह महीने से ज्यादा जेल में रहे थे. राज्य में जेपी आंदोलन में शामिल हुए और 21 मार्च 1974 से 1977 के बीच मीसा (मेंटेनेंस ऑफ इंटरनल सिक्योरिटी एक्ट) तथा डीआइआर (डिफेंस ऑफ इंडिया रूल) कानून में जेल जाने वाले सेनानियों को पेंशन देने का प्रावधान है. राज्य के वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य में तकरीबन सभी बड़े नेता इस आंदोलन की ही देन हैं.

राजद नेता ने दी थी सफाई

मौजूदा समय में सीएम नीतीश कुमार, राजद प्रमुख लालू प्रसाद, वित्त मंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी, विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष सुशील कुमार मोदी, लोजपा प्रमुख सह केंद्रीय खाद्य आपूर्ति मंत्री रामविलास पासवान और पूर्व सांसद शिवानंद तिवारी समेत अन्य सभी दिग्गजों के नाम जेपी आंदोलन के पेंशनरों की सूची में हैं. सीएम समेत अन्य सभी वीवीआइपी अपनी पेंशन कल्याणार्थ स्वरूप नहीं लेते. इन लोग ने अपनी पेंशन वैसे सेनानियों के नाम पर छोड़ रखा है, जिन्हें इसकी जरूरत है. अब्दुल बारी सिद्दीकी ने कहा कि उन्हें यह सम्मान के तौर पर मिल रहा है इसलिए पेंशन की राशि ले रहे हैं.

लालू ने भरा है आवेदन

तीन साल बाद राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने इस पेंशन राशि को लेने की पहल शुरू की है. इसके मद्देनजर ही उन्होंने अपना बैंक खाता समेत अन्य डिटेल को भरकर गृह विभाग में जमा किया है, जिससे पेंशन की राशि उनके बैंक खाते में सीधे जमा करायी जा सके. चुकी इनके नाम पर पहले से ही एडवाइजरी बोर्ड ने सहमति प्रदान कर दी है. ऐसे में इन्हें पेंशन के लिए आवेदन करने और इनके आवेदन की जांच समेत अन्य प्रक्रियाओं से गुजरने की जरूरत नहीं है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें