पटना: मकर संक्रांति और लालू प्रसाद का आवास, अरसे से दोनों चर्चा में रहा है. इस बार भी 10, सर्कुलर रोड पर दही चूड़ा खाने भारी भीड़ जमा हुई. आम और खास लोगों से पटा लालू-राबड़ी के इस आवास में दिन के 10 बजे से देर शाम तक अाने जानेवालों का तांता लगा रहा. इधर, अपने दोनों मंत्री पुत्रों व सांसद बेटी के साथ लालू प्रसाद लोगों का अभिवादन स्वीकार करते रहे. पूर्व सांसद शिवानंद तिवारी भी आये. खास यह कि इस बार भाजपा नेताओं का इंतजार होता रहा, पर वो नहीं आये.
हमलोग किये गये वादे याद रखते हैं : नीतीश
सीएम नीतीश कुमार एक बार फिर केंद्र सरकार पर हमला बोला है. राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के आवास पर आयोजित दही-चूड़ा भोज में शामिल होने के बाद उन्होंने कहा कि हमलोग दूसरों की तरह नहीं हैं, जो चुनाव में किये गये वादों को भूल जाये. बिना किसी का नाम लिए सीएम ने कहा कि हमलोग किये गये वादे याद रखते हैं और उसी के अनुरूप सारे काम हो रहे हैं.
दही के साथ रिश्तों की मिठास
पटना: मकर संक्रांति के मौके पर जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद शनिवार को एक दूसरे से मिले, तो साल भर पहले महागंठबंधन की जुटान की याद फिर से ताजा हो गयी. नोट बंदी को लेकर अलग-अलग राय रखने पर उनके बीच दूरियां बढ़ने की अफवाह भी हवा हो गयी. 10, सर्कुलर रोड पर दोपहर बाद नीतीश कुमार पहुंचे, तो बड़े भाई लालू प्रसाद ने खुद उनकी अगवानी की. भतीजी मीसा भारती ने थाली लगायी और भाभी राबड़ी देवी ने अपनी हाथों से उन्हें दही परोसा. दोनों नेताओं के गर्मजोशी से मिलने के अंदाज ने यह साफ कर दिया कि नोटबंदी हो या प्रकाश पर्व के मौके पर राजद अध्यक्ष के नीचे बैठने का मामला, महागंठबंधन के बीच कोई दीवार या विवाद नहीं है.
मुख्यमंत्री के लालू-राबड़ी आवास पर पहुंचने से जहां दोनों नेताओं के बीच दूरियां बढ़ने के कयास लगाने वालों को झटका लगा, वहीं पारिवारिक माहौल में मुख्यमंत्री भी अपनी भावना रोक नहीं पाये. उन्होंने मीसा भारती के चार महीने के बेटे को गोद में लिया और नाना के
रूप में भरपूर दुलार भी दिया. जाते-जाते लालू प्रसाद ने मुख्यमंत्री को दही का तिलक भी लगाया.
इस मौके के गवाह बने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ अशोक चौधरी, लालू और शिवानंद तिवारी. सीएम ने जब राबड़ी देवी को दही परोसने से मना कर दिया तो लालू ने खुद मोरचा संभाल लिया और उन्हें फिर से दही परोसा. इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी,उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव भी मौजूद थे.