छह जिलों में 651 राजकीय नलकूपों से रबी की सिंचाई
मरम्मत के लिए विभाग ने 15.80 लाख रुपये जारी किये हैं पटना : सूबे के दूसरे प्रमंडलों की बात छोड़ दें, रबी सीजन के मौसम में पटना प्रमंडल के छह जिलों में मात्र 651 नये-पुराने राजकीय नलकूप ही सिंचाई के लिए पानी उगल रहे हैं. पटना प्रमंडल के 2011 राजकीय नलकूप मामूली खराबी के कारण […]
मरम्मत के लिए विभाग ने 15.80 लाख रुपये जारी किये हैं
पटना : सूबे के दूसरे प्रमंडलों की बात छोड़ दें, रबी सीजन के मौसम में पटना प्रमंडल के छह जिलों में मात्र 651 नये-पुराने राजकीय नलकूप ही सिंचाई के लिए पानी उगल रहे हैं. पटना प्रमंडल के 2011 राजकीय नलकूप मामूली खराबी के कारण ठप पड़े हैं. रबी सिंचाई के लिए किसान परेशान हैं, लेकिन राजकीय नलकूपों को दुरुस्त करने का काम कच्छप गति से चल रहा है. मामूली खराबी के कारण बद पड़े पटना प्रमंडल के छह जिलों के राजकीय नलकूपों की मरम्मत के लिए लघु जल संसाधन विभाग ने 15.80 लाख रुपये जारी किये हैं.
लघु जल संसाधन विभाग ने मामूली फॉल्ट के कारण बंद पड़े राजकीय नलकूपों को 10 से 15 दिनों में चालू करने की आपात्त योजना बनायी है. इस योजना के तहत पटना प्रमंडल के मामूली तकनीकी खराबी के कारण बंद पड़े राजकीय नलकूपों को युद्ध स्तर पर मरम्मत करने और उसे चालू कराने का टास्क छह जिलों के अभियंताओं को दिया गया है. इसके लिए छह जिलों को पाइप, मोटर व अन्य सामान मुहैया कराये गये हैं. लघु जल संसाधन विभाग मामूली फॅाल्ट के कारण बंद पड़े 40 से 45 प्रतिशत राजकीय नलकूपों को 10-15 दिनों में चालू कराने का लक्ष्य तय किया है.
पटना जिला के बाढ़, पालीगंज, मसौढ़ी, दानापुर और पटना सिटी के 54 प्रतिशत राजकीय नलकूप तो मामूली खराबी के कारण बंद पड़े हैं. मामला चूंकि राजधानी के राजकीय नलकूपों का है, इसलिए विभाग ने मामूली तकनीकी फॉल्ट के कारण बंद पड़े नलकूपों को 10 दिनों में ही चालू कराने का लक्ष्य तय किया है. अन्य जिलों की तो नहींं, लेकिन बाढ़, पालीगंज, मसौढ़ी, दानापुर और पटना सिटी के राजकीय नलकूपों का बरसात के पहले तक रख-रखाव करने का भी जिम्मा सभी अनुमंडलों को दिया गया है. विभाग यह पहल कर रही है कि हर हाल मामूली खराब पड़े नलकूप जल्द से जल्द ठीक हो जाये, ताकि किसानों को सिंचाई को लेकर किसी तरह की परेशानी नहीं हो.