‘लालू प्रसाद के आने का राजनीतिक मतलब नहीं
पटना : प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सह शिक्षा मंत्री डाॅ अशोक चौधरी ने कहा कि राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के सदाकत आश्रम आने का कोई राजनीतिक मलतब नहीं निकालना चाहिए. उनका बड़प्पन है कि दूसरे दल के कार्यालय में पहुंच कर पुस्तक के िवमोचन समारोह में भाग लिया. ऐसे राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद कांग्रेस के पुराने […]
पटना : प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सह शिक्षा मंत्री डाॅ अशोक चौधरी ने कहा कि राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के सदाकत आश्रम आने का कोई राजनीतिक मलतब नहीं निकालना चाहिए. उनका बड़प्पन है कि दूसरे दल के कार्यालय में पहुंच कर पुस्तक के िवमोचन समारोह में भाग लिया. ऐसे राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद कांग्रेस के पुराने सहयोगी रहे हैं. उन्होंने कहा कि राज्य में महागंठबंधन अटूट है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में महागंठबंधन की सरकार काम कर रही है. नोटबंदी से होनेवाली परेशानी पर कहा कि इसके खिलाफ कांग्रेस का आंदोलन जारी है. राजद भी कार्यक्रम कर रहा है. भाजपा द्वारा मानव शृंखला को स्थगित किये जाने की बात कहने के सवाल पर डॉ चौधरी ने कहा कि शराबबंदी के खिलाफ इसका आयोजन हो रहा है.
सीएम ने माना, अफसरों को भी स्कूलों में पढ़ाना चाहिए
कम से कम एक घंटा बच्चों को पढ़ाएं : बाढ़ के विकास कुमार ने अपने सुझाव में कहा कि सभी सरकारी स्कूलों में पदाधिकारियों को सप्ताह में कम से कम एक घंटा बच्चों को पढ़ाना चाहिए. इससे बच्चे पढ़ाई के प्रति प्रोत्साहित होंगे.
निर्देश : मुख्यमंत्री ने विकास के सुझाव को बहुत अच्छा बताते हुए कहा कि अधिकारियों को इसमें अभिरुचि लेनी चाहिए.
शिक्षकों की हाजिरी स्पीच ऑथेंटिकेटेड सिस्टम से हो
पश्चिम चंपारण के अंजू गुप्ता ने कहा कि स्कूलों में शिक्षकों की गैर हाजिरी से पढ़ाई बाधित होती है.अब तो बायोमीटरिक हाजिरी में भी गड़बड़ी की जाने लगी है. इससे बचने के लिए स्पीच ऑथेंटिकेटेड हाजिरी का सिस्टम अपनाया जाये. उन्होंने कहा कि बालिका शिक्षा समेत सड़क दुर्घटना से बचने के लिए प्राथमिक स्कूलों से ही शिक्षा देनी चाहिए.
निर्देश : मुख्यमंत्री ने अंजू गुप्ता के सुझाव को बेहतर बताते हुए शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव को इनसे समय लेने का निर्देश दिया, ताकि इनके सुझाव को अमल में लाने पर काम किया जा सके.
रूस, चीन फ्रांस समेत विकसित देशों में अंगरेजी माध्यम से नहीं मिलती शिक्षा : शिक्षा की समस्या के समाधान के लिए सुझाव देने में मुजफ्फरपुर के आनंद मोहन फंस गये. मुख्यमंत्री के प्रश्न के जवाब देने के बजाय वह कुछ और ही बताने लगे.
निर्देश : सीएम ने कहा कि लोगों के दिमाग में बैठ गया है कि सरकारी शिक्षा मुफ्त की शिक्षा है.
उसे जब 50 रुपये लेकर दलान पर शिक्षा दी जाती है, ताे ठीक लगता है. वैसे स्कूलों के शिक्षक की गुणवत्ता, प्रशिक्षण और उससे मिलने वाले वेतन पर भी मुख्यमंत्री ने सवाल उठाये. उन्होंने कहा कि लोगों को शिक्षा के लिए मानसिकता बदलनी होगी. हम भी तो सरकारी स्कूल में ही पढ़कर आगे बढ़े हैं. उन्होंने कहा कि अब स्कूलों में काफी सुविधाएं मिल रही हैं. अब मात्र एक प्रतिशत बच्चे ही स्कूल से बाहर रह गये हैं. अंगरेजी की अनिवार्यता पर उन्होंने कहा कि रूस, चीन, फ्रांस समेत विकसित देशों में कहां अंगरेजी को पढ़ाई का माध्यम बनाया जाता है. यह ठीक है कि हमलोग कौशल विकास केंद्र के माध्यम से अंगरेजी और हिंदी बाेलने का प्रशिक्षण दे रहे हैं.
छोटे प्लॉट में भी बेहतर खेती
सीवान के बशीर आलम ने कहा कि छोटे प्लॉट में सब्जी की बेहतर खेती के प्रयोग को अपनाना चाहिए.
निर्देश : इस सुझाव को मुख्यमंत्री ने बेहतर बताते हुए कृषि विभाग के प्रधान सचिव को बशीर आलम द्वारा सब्जियों के कॉमर्शियल क्रॉपिंग के संबंध में दिये गये सुझाव पर प्रस्तुतिकरण को देखने का निर्देश दिया.