नीतीश शराबबंदी के एलान के बाद यूपी में करें गंठबंधन
पटना : भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि क्या नीतीश कुमार इस बात की घोषणा करेंगे कि यूपी में अखिलेश यादव से तभी गंठबंधन करेंगे जब वे शराबबंदी का एलान करेंगे. मोदी मंगलवार को अपने सरकारी आवास पर जनता दरबार के बाद पत्रकारों से बात कर रहे थे. […]
पटना : भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि क्या नीतीश कुमार इस बात की घोषणा करेंगे कि यूपी में अखिलेश यादव से तभी गंठबंधन करेंगे जब वे शराबबंदी का एलान करेंगे. मोदी मंगलवार को अपने सरकारी आवास पर जनता दरबार के बाद पत्रकारों से बात कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि नाव दुर्घटना में सरकार लीपापोती कर रही है. इस मामले में फेंका-फेंकी का खेल चल रहा है. नाव दुर्घटना पर सीएम ने 48 घंटे बाद चुप्पी तोड़ी. सरकार को चाहिए कि मृतक के परिजनों को सभी तरह का प्रमाणपत्र एक ही जगह उपलब्ध कराये. मोदी ने फिर दोहराया कि 21 जनवरी को आयोजित मानव शृंखला की तिथि आगे बढ़नी चाहिए. असल में सरकार शराबबंदी के मामले में फेल हो गयी है.
उन्होंने कहा कि नाव दुर्घटना के मामले में सरकार मुद्दे को भटकाने का प्रयास कर रही है. मोदी ने सवालिया लहजे में कहा कि सरकार पतंगोत्सव का आयोजन पांच साल से कर रही है और मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है. विज्ञापन में अपनी तसवीर पर भी आश्चर्य जता रहे हैं, जबकि मुख्यमंत्री अखबार को पाठ्य पुस्तक की तरह पढ़ते हैं.
जिस दिन विज्ञापन छपा उस दिन क्यों नहीं जानकारी ती. उस विभाग के वे खुद मंत्री हैं. बिना सीएम की तसवीर के विज्ञापन छपने पर कार्रवायी होती है. अब जब दुर्घटना हो गयी तो इस बात की जांच होगी कि पोटो छापने की अनुमति ली गयी या नहीं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का यह बयान भी हास्यास्पद है कि कार्यक्रम विभाग का था न कि सरकार का.
सीएम का यह बयान भी बचकाना है कि हर चीज पर निगाह रखना संभव नहीं है. क्या प्रभारी मंत्री, विभागीय मंत्री और पटना आयुक्त इसकी निगरानी नहीं कर सकते थे. डेढ़ घंटे बाद मुख्यमंत्री को इसकी जानकारी मिलना सरकारी तंत्र की विफलता का परिणाम है.
स्री मोदी ने कहा कि पर्यटन विभाग राजद के जिम्मे है इसलिए वे इस विभाग से अनभिज्ञ हैं. असल में राजद कोटे के विभाग के मंत्री व अधिकारी लालू प्रसाद को रिपोर्ट करते हैं. लालू के नाराजगी से बटने के लिए अभी तक किसी पर्यटन विभाग के अधिकारी पर कोई कार्रवायी नहीं हुयी है. अबतक मुख्यमंत्री, पर्यटन मंत्री या कोई वरिष्ठ अधिकारी मृतक के परिवार के यहां संवेदना जताने तक नहीं गये.