पटना: पेशेवर बच्चा चोर मीना देवी उर्फ गड़िया को गिरफ्तार करने के लिए शुक्रवार को भी पुलिस ने कई जगह छापेमारी की, लेकिन वह नहीं मिली. वह फुलवारीशरीफ थाने के खोजा इमली की रहनेवाली है. पुलिस ने उसके घर व आसपास के इलाके में जाल भी बिछाया, लेकिन वह इतनी शातिर है कि अपना मोबाइल फोन भी ऑफ कर रखा है. उसका कोई लोकेशन नहीं मिल पा रहा है. वह विधवा है. उसके पति की मौत काफी पहले हो चुकी है.
पति की मौत के बाद वह बच्च चोरी के धंधे में लग गयी. पुलिस का कहना है कि अब तक की छानबीन में मीना के गिरोह में कई और लोगों के शामिल होने की जानकारी मिली है. मीना के पकड़े जाने के बाद उसके गिरोह के अन्य सदस्यों के बारे में जानकारी मिल पायेगी. एक बच्च चुराने पर उसे पांच हजार से दस हजार रुपये तक मिलते थे. पीएमसीएच के स्त्री एवं प्रसूति विभाग से कलावती देवी के नवजात को चुराने के एवज में उसने गायत्री देवी से दस हजार रुपये लिये थे. राजधानी के कई हॉस्पिटल के कर्मचारियों से मीना की सांठ-गांठ है.
इसी सांठ-गांठ के कारण वह चोरी के बच्चे का भी फर्जी बर्थ सर्टिफिकेट बनवा लिया करती थी. फुलवारी के जिस पोपुलर नर्सिग होम से गायत्री ने फर्जी सर्टिफिकेट बनवाया था, उसके बारे में मीना ने बताया था.