पटना : बिहार सरकार द्वारा 21 जनवरी को प्रस्तावित मानव श्रृंखला कई मायनों में इतिहास कायम करने जा रही है. मानव श्रृंखला की खास बात यह होगी कि इसमें दो करोड़ लोग शामिल होंगे वहीं दूसरी ओर इसके 11 हजार किलोमीटर से ज्यादा लंबी होने की बात कही जा रही है. सरकार ने इसके लिये कड़े सुरक्षा के इंतजाम किये हैं. वहीं दूसरी ओर कुछ खास तैयारियां की गयी हैं, जिनमें सेटेलाइट से फोटोग्राफी की व्यवस्था भी शामिल है. जानकारी के मुताबिक कार्यक्रम को उपग्रह की मदद से फोटोग्राफी होगी. इसरो का एक उपग्रह बिहार के छह जिलों के ऊपर से गुजरेगा, जिसमें पटना, वैशाली, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, जहानाबाद और गया शामिल है. श्रृंखला में शामिल लोगों को यह बता दिया गया है कि सुबह के नौ बजे से दिन के दस बजकर चालीस मिनट तक इन जिलों में लोगों को मानव श्रृंखला बनाकर तैयार रहने को कहा गया है.
वहीं दूसरी ओर साढ़े बारह बजे के बीच अंतर्राष्ट्रीय सेटेलाइट भी इन जिलों से होकर गुजरेंगे, जिसमें मानव श्रृंखला की फोटोग्राफी की जायेगी. इसे लेकर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किये गये हैं. मानव श्रृंखला को सफल बनाने के लिये भारी संख्या में सुरक्षा बलों को लगाया गया है. सुरक्षा व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. जानकारी के मुताबिक कार्यक्रम की शुरुआत से लेकर इसके अंत तक पर भी सुरक्षा दृष्टिकोण से पैनी नजर बनी रहेगी. इस कार्य में खुफिया विभाग की निगाहें भी चौकस रहेंगी. बिहार सरकार के मुख्य सचिव ने मीडिया को जानकारी दी कि श्रृंखला में स्वेच्छा से कोई भी शामिल हो सकता है. इसमें शामिल होना कोई अनिवार्य नहीं है.