अपराधियों के भय से बिहार से हो रहा पलायन : नित्यानंद
सीवान से दीपक कुमार मिश्रा बिहार में अपनी सरकार बनाने और अगले लोकसभा चुनाव में सभी 40 सीटों पर जीतने के संकल्प के साथ प्रदेश भाजपा कार्यसमिति की दो दिवसीय बैठक शनिवार से यहां शुरू हुई. बैठक में राज्य में बढ़ते अपराध और अपराधियों के खिलाफ महागंठबंधन सरकार की उदासीनता के खिलाफ जोरदार संघर्ष का […]
By Prabhat Khabar Digital Desk |
January 22, 2017 7:50 AM
सीवान से दीपक कुमार मिश्रा
बिहार में अपनी सरकार बनाने और अगले लोकसभा चुनाव में सभी 40 सीटों पर जीतने के संकल्प के साथ प्रदेश भाजपा कार्यसमिति की दो दिवसीय बैठक शनिवार से यहां शुरू हुई. बैठक में राज्य में बढ़ते अपराध और अपराधियों के खिलाफ महागंठबंधन सरकार की उदासीनता के खिलाफ जोरदार संघर्ष का एलान किया गया. अध्यक्षीय संबोधन में प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय ने कहा कि पहले राज्य के लोग रोजगार की तलाश में बाहर जाते थे, अब अपराधियों के भय से बिहार छोड़ रहे हैं.
नीतीश कुमार सुशासन का लाख दावा करें, लेकिन वर्तमान हालात लालू-राबड़ी के जंगल राज से भी बदतर हो गये हैं. उन्होंने कहा कि हम जनता की ताकत को मजबूत करेंगे और अपराध के खिलाफ बिगुल फूकेंगे. उन्होंने चुनौती दी कि हम आज भी सरकार बनाने में सक्षम हैं, हिम्मत है तो नीतीश सरकार चुनाव करा कर देख ले. प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा में नेतृत्व का परिवर्तन नहीं होता, बल्कि नेतृत्व जुड़ता है और नेतृत्व की कड़ी को आगे बढ़ाता है. सीवान की धरती को महान बताते हुए उन्होंने कहा कि हाल के वर्षों में शहाबुद्दीन जैसे अपराधी ने भले ही बदनाम करने की कोशिश की, लेकिन यहां की धरती की पहचान राजेंद्र बाबू, जेपी व भिखारी ठाकुर जैसे लोग हैं. नीतीश कुमार व लालू प्रसाद पर जोरदार हमला करते हुए उन्होंने कहा कि अब ये दोनों नेता जेपी की जगह राहुल गांधी को याद करते हैं.
नीतीश सरकार सबसे बड़ा अपराधी हैं, क्योंकि उनकी सरकार को शहाबुद्दीन जैसे लोगों का समर्थन प्राप्त है. बिहार सरकार अराजक हो गयी है. केंद्र की योजनाओं को सही तरीके से लागू नहीं कर रही है. केंद्र की मोदी सरकार लोगों के कल्याण में लगी हुई है. उन्होंने कहा कि बिहार में हम अपनी सरकार बनायेंगे और 2019 में नरेंद्र मोदी की झोली में 40 की 40 सीटें डालेंगे. राज्य में भाजपा की सरकार बनी, तो दीनदयाल, विवेकानंद और नरेंद्र मोदी के सपनों को पूरा करेंगे. बिहार के लोग परेशान हैं. बिहार को बदलने के लिए कार्यकर्ता आगे आएं. नोटबंदी से गरीबों को आर्थिक आजादी मिलेगी. इससे नक्सलवाद, भ्रष्टाचार व काले धन पर रोक लगेगी.
सुशील मोदी ने रखा राजनीतिक प्रस्ताव
पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने राजनीतिक प्रस्ताव रखते हुए कहा कि पार्टी सात निश्चयों की पोल खोलने के लिए जनता के बीच जायेगी. साथ ही स्वयं सहायता भत्ता का सच भी जनता को बतायेगी. पार्टी अनुसूचित जाति के छात्र-छात्राओं को मिलनेवाली छात्रवृत्ति बंद करने के विरोध में भी जनता के बीच जायेगी. उन्होंने कहा कि आज से 12-13 साल पहले सीवान में आतंक व भय का माहौल था. जब प्रदेश में हमारी सरकार बनी, तो शहाबुद्दीन को जेल जाना पड़ा. पार्टी शहाबुद्दीन को बिहार से बाहर भेजने के लिए प्रयास करती रहेगी. राजनीतिक प्रस्ताव का समर्थन सांसद सीपी ठाकुर ने किया.
इसमें राज्य में बढ़ते अपराध, सरकार के समर्थन से हो रहीं आपराधिक घटनाएं, राज्य की शैक्षणिक अराजकता आदि की चर्चा की गयी है. मुख्य फोकस सात निश्चयों पर है. कहा गया है कि केंद्र की योजनाओं को बदल कर सात निश्चयों का नाम दिया गया है. यह जनता के साथ धोखा है. सात निश्चयों में न कृषि है और न शिक्षा. मानव विकास को भंग कर दिया गया है. स्वयं सहायता भत्ता का सरकार ढिंढोरा पीट रही है. 15 माह में सिर्फ तीन लोगों को ही स्वयं सहायता भत्ता मिला है और तीन नौजवानों को स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड. शराबबंदी के बाद अपराध घटने का दावा भी झूठा हैं. केंद्र की कृपा से बिहार में बिजली की बेहतर स्थिति हुई है.
इसके पहले पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडेय ने कहा कि हमें सरकार बनाने के संकल्प के साथ काम करना है. आनेवाला समय चुनौतीपूर्ण है. हम पार्टी के कार्यक्रमों को जमीन पर उतारेंगे और संगठन को धारदार बनायेंगे. सभी कार्यकर्ताओं को इस बात की कसक है कि राज्य में अपनी सरकार नहीं बन पाये.
बैठक में केंद्रीय मंत्री रामकृपाल यादव व राजीव प्रताप रूडी, राष्ट्रीय प्रवक्ता सैयद शाहनवाज हुसैन, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रेणु देवी, विपक्ष के नेता प्रेम कुमार, नंद किशोर यादव, सीपी ठाकुर, अश्विनी चौबे, ओम प्रकाश यादव, जनार्दन सिंह सिग्रीवाल, प्रदेश संगठन महामंत्री नागेंद्र जी, राष्ट्रीय मंत्री रजनीश कुमार आदि नेता मंच पर मौजूद थे.