कर्पूरी जयंती मनाने का भाजपा को हक नहीं

पटना. जदयू के मुख्य प्रवक्ता और विधान पार्षद संजय सिंह ने कहा है कि भाजपा को कर्पूरी ठाकुर की जयंती मनाने का कोई हक नहीं है. उन्हें शर्म आनी चाहिए कि उन लोगों ने ही 1979 में कर्पूरी ठाकुर की सरकार को अल्पमत में लाकर गिरा दिया था. भाजपा उनके नाम पर सिर्फ घड़ियाली आंसू […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 25, 2017 7:14 AM
पटना. जदयू के मुख्य प्रवक्ता और विधान पार्षद संजय सिंह ने कहा है कि भाजपा को कर्पूरी ठाकुर की जयंती मनाने का कोई हक नहीं है. उन्हें शर्म आनी चाहिए कि उन लोगों ने ही 1979 में कर्पूरी ठाकुर की सरकार को अल्पमत में लाकर गिरा दिया था. भाजपा उनके नाम पर सिर्फ घड़ियाली आंसू बहा रही हैं. उन्होंने कहा कि अगर भाजपा कर्पूरी ठाकुर के सबसे बड़े हिमायती है, तो भारत रत्न दिलाने की सिफारिश करे.
जिस तरह से मंच पर चिल्ला-चिल्लाकर ये कह रहे थे कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर्पूरी ठाकुर के पद चिह्नों पर चल रहे हैं तो नरेंद्र मोदी को चाहिए कि कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न दें और उन्हें सम्मानित करे. उन्होंने कहा कि भाजपा पंचायत चुनाव के लिए खुद का श्रेय ना ले तो बेहतर है.
इसे नीतीश कुमार ने कर्पूरी ठाकुर के सपने को साकार करते हुए बिहार में कराया था और उसमें अतिपिछड़ों को आरक्षण भी दिया था. सुशील मोदी को अगर ये लगता है कि पंचायत चुनाव में अतिपिछड़ों का आरक्षण बढ़ना चाहिए तो केंद्र में भाजपा की सरकार वो पूरे देश में अतिपिछड़ों को 33 फीसदी आरक्षण करा दें, बिहार में अपने आप लागू हो जायेगा. संजय सिंह ने कहा कि जननायक कर्पूरी ठाकुर जयंती के मौके पर सुशील मोदी ये बखान कर रहे थे कि सबसे ज्यादा अतिपिछड़ा नेता भाजपा में हैं, तो जब ये समाज आपके पास था तो फिर बिहार विधानसभा चुनाव में इतनी बुरी हार कैसे हो गयी? इनके पास जमीनी स्तर का अतिपिछड़ा नेता एक भी नहीं है और जो हैं भी वो छंटे हुए हैं, जिनकी कोई पूछ नहीं है.

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