जल्द चालू होंगे मुसहरी, निर्मली और हथुआ ग्रिड
पटना : अगले साल के अंत तक हर घर को क्वालिटी बिजली पहुंचाने के लिए बिजली कंपनी मिशन मोड में काम कर रही है. बिजली की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीव्यूशन सिस्टम को दुरुस्त करने के साथ-साथ उसे विस्तार भी दिया जा रहा है. अभी राज्य में 106 ग्रिड काम […]
पटना : अगले साल के अंत तक हर घर को क्वालिटी बिजली पहुंचाने के लिए बिजली कंपनी मिशन मोड में काम कर रही है. बिजली की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीव्यूशन सिस्टम को दुरुस्त करने के साथ-साथ उसे विस्तार भी दिया जा रहा है.
अभी राज्य में 106 ग्रिड काम कर रहा है. मुजफ्फरपुर के मुसहरी सहित हथुआ और निर्मली में ग्रिड बनकर तैयार हो गया है. जल्द ही इसे चालू कर दिया जायेगा. तीनों के चालू हो जाने के बाद राज्य को 6500 से 7000 मेगावाट बिजली लेने की क्षमता हो जायेगी. अभी 6000 मेगावाट बिजली लेने की क्षमता है. राज्य में औसतन 4000 मेगावाट से अधिक बिजली की मांग है. इस साल गरमी में 5000 मेगावाट तक बिजली का मांग होने की संभावना है. तीनों नये ग्रिड 220-132-33 केवीए क्षमता का है. राज्य के सभी जिलों में ग्रिड हो चुका है. सरकार की योजना सभी अमुमंडलों में ग्रिड निर्माण की है.
इस दिशा में काम चल भी रहा है. अगले साल के अंत तक राज्य में डेढ़ सौ से आधिक ग्रिड हो जायेंगे. ट्रांसमिशन लाइन में भी बढ़ोतरी होगी. 2005 में राज्य में में मात्र 45 ग्रिड सब–स्टेशन थे. 2016 में यह संख्या बढ़कर 106 हो गयी है. 45 ग्रिड का निर्माण चल रहा है. ग्रिड के साथ-साथ संचरण लाइन भी बढ़ायी जा रही है. 2005 में राज्य में 5000 सर्किट किलोमीटर संचरण लाइन थी. अब यह बढ़कर 9696 सर्किट किलोमीटर हो गयी है. 2017 में यह बढ़कर 12500 सर्किट किलोमीटर हो जायेगी. पहले राज्य के पास इतनी आधारभूत संरचना नहीं थी कि वह बिजली ले भी सके. 2005 में यह क्षमता मात्र 1000 मेगावाट थी, जो अब बढ़ कर 6080 मेगावाट हो गयी है. साल के अंत तक यह क्षमता 8000 मेगावाट हो जायेगी.
पटना : बिहार राज्य के बिहार रेन्यूअवल एनर्जी डेवलपमेन्ट एजेंसी (ब्रेडा) को मंगलवार को मिनिस्ट्री ऑफ न्यू एंड रेन्यूअवल एनर्जी की ओर से ऑफ ग्रिड एंड डीसेन्टरलाइज्ड के लिए साल 2016 का देश भर में प्रथम पुरस्कार मिला. पुरस्कार मंत्रालय के सचिव राजीव कपूर द्वारा दिया गया . राज्य में ब्रेडा के द्वारा बहुत सारे ऑफ ग्रिड सोलर प्लांट लगाये गये हैं, जिनकी कुल क्षमता 3.184 मेगावाट है.
राज्य के 114 स्थानों पर यह स्थापित है. ये प्लांट समाहरणालय, जिला अतिथि गृह, सदर अस्पताल, राजधानी वाटिका, विद्युत भवन, बक्सर खुली जेल, मुख्य न्यायाधीश आवास, किलकारी बाल भवन, अभिलेख भवन, अपना घर, बीबीआर विवि मुजफ्फरपुर, जेपी विवि छपरा, राजभवन और सिविल कोर्ट शेखपुरा और जहानाबाद में स्थापित किये गये हैं. 2 एचपी के 1527 सोलर एनर्जी से चलने वाले पम्प भी जिलों में लगाये गये हैं.
पटना. कंप्यूटर सोसायटी ऑफ इंडिया ने राज्य को ऊर्जा के क्षेत्र में 2016 का सीएसआइ निहिलेंट इ-गवर्नेस अवार्ड से सम्मानित किया है. कोयम्बटूर में आयोजित समारोह में यह पुरस्कार साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के एमडी आर लक्ष्मणन ने लिया.सोसायटी देश में नेशनल इ-गवर्नेंस प्लान के विस्तार एवं कार्यान्वयन के लिए कार्य करती है. सोसायटी द्वारा 14 लाल से यह पुरस्कार दिया जा रहा है.