पटना : बिहार की राजधानी पटना में कर्पूरी ठाकुर जयंती समारोह में वोट और बेटी की इज्जत को लेकर विवादित बयान देने वाले जदयू नेता शरद यादव ने अपनी सफाई में कहा कि मैंने बिल्कुल गलत नहीं कहा, जैसे बेटी से प्यार करते हैं वैसे ही वोट से भी होना चाहिए, तब देश और सरकार अच्छी बनेगी. उन्होंने यह भी कहा कि वोट और बेटी के प्रति प्रेम और मोहब्बत एक सी होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि मैं बात पर कायम हूं, बहस के लिए तैयार हूं. पूरे भाषण को चुनौती देकर देखें, न्यायिक जांच बैठा दें.
इससे पूर्व शरद यादव ने कर्पूरी ठाकुर जयंती समारोह में यह विवादास्पद बयान दिया. उन्होंने कहा कि बेटी की इज्जत जायेगी तो गांव मोहल्लों की इज्जत जायेगी, वोट एक बार बिक गया तो देश की इज्जत और आने वाला सपना पूरा नहीं हो सकता. शरद यादव ने वर्तमान में राजनीति के गिरते स्तर पर तंज करते हुए कहा कि आजकल वोट बेचा और खरीदा जाता है. शरद यादव के इस बयान के बाद सियासी तूफान खड़ा हो गया है और विभिन्न राजनीतिक दल अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं.
वहीं दूसरी ओर शरद यादव के इस विवादास्पद बयान के बाद राष्ट्रीय महिला आयोग ने महिलाओं के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर नोटिस जारी किया है. शरद यादव ने नोटिस की बात पर जवाब देते हुएमीडिया से कहा है कि उन्हें नहीं पता है नोटिस मिलेगा तो देखेंगे. जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सह राज्यसभा सांसद शरद यादव ने कहा कि पार्टियों में पूंजीवाद बढ़ गया है. अब बैलेट की खरीद-फरोख्त हो रही है. सांसद के लिए 25-30 करोड़ और विधायक के लिए 5-10 करोड़ रुपये की बोली लग रही है. ऐसे में कर्पूरी ठाकुर व बाबा अांबेडकर का सपना कैसे पूरा होगा? आज साधन भाजपा के पास हो गया है. इस दौरान जदयू नेता शरद यादव ने एक विवादास्पद बयान दे डाला. शरद यादव ने कहा कि बेटी की इज्जत से वोट की इज्जत बड़ी है.
कांग्रेस के पास तो है ही. देश की नबंर वन पार्टी रही कांग्रेस घोटालों से ऐसे घिर गयी कि उसकी स्थिति आपातकाल से समय से भी नीचे गिर गयी. वह मंगलवार को जदयू के कर्पूरी ठाकुर जयंती समारोह में बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग भी बेइमानी करता है.
शरद यादव ने कहा कि आरक्षण से भविष्य व जिंदगी नहीं बढ़ेगी. यह हौसला, इज्जत व मान-सम्मान से आगे बढ़ेगा. उन्होंने कहा कि कहा जाता है कि सभी नेता बेईमान हैं, अगर कोई उन पर आरोप साबित कर दे तो वे राजनीति से संन्यास ले लेंगे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 12 साल से सरकार चला रहे हैं, लेकिन उनकी सरकार पर कोई उंगली नहीं उठा सकता है. शरद यादव ने कहा कि महागंठबंधन बनाने को लेकर पहल की थी. सारा अधिकार भी एक को दे दिया गया था, लेकिन वे ही पीछे हट गये.जब एक जगह कुआं में पानी नहीं निकला,तो दूसरे जगह कुआं खोदेंगे और पानी निकाल कर ही रहेंगे.