लालू और कांग्रेस की धमकी के बाद यूपी चुनाव से पीछे हटे नीतीश : सुशील मोदी
पटना : बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि जदयू के यूपी में चुनाव लड़ने पर लालू प्रसाद और कांग्रेस ने बिहार में महागंठबंधन पर फिर से विचार करने की धमकी देकर नीतीश कुमार को कदम पीछे खींचने को मजबूर कर दिया. उन्होंने वहां चुनाव न […]
पटना : बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि जदयू के यूपी में चुनाव लड़ने पर लालू प्रसाद और कांग्रेस ने बिहार में महागंठबंधन पर फिर से विचार करने की धमकी देकर नीतीश कुमार को कदम पीछे खींचने को मजबूर कर दिया. उन्होंने वहां चुनाव न लड़ने का फैसला कर यह स्वीकार कर लिया कि पड़ोसी राज्य में उनके दल की कोई हैसियत नहीं है.
भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील मोदी ने कहा कि यूपी के चंद जिलों तक सीमित पार्टियां भी जदयू से गठबंधन नहीं चाहती. नीतीश कुमार 2019 में प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार बनना चाहते हैं, उनके राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद पहले ही चुनाव में पार्टी को जमीनी हकीकत का अंदाजा लग गया. नीतीश कुमार ने पिछले साल शराबबंदी के बहाने बनारस-इलाहाबाद समेत कई स्थानों पर करोड़ों रुपये खर्च कर सभाएं की थीं. कभी जयंत चौधरी तो कभी आरसीपी सिंह को यूपी का मुख्यमंत्री प्रोजेक्ट करने की कोशिश की गयी. मोदी ने कहा कि सारी कसरत के बावजूद न तो सपा प्रमुख अखिलेश यादव और न यूपी में चौथे नंबर की पार्टी कांग्रेस ने ही नीतीश कुमार को घास डाली.
उन्होंने कहा कि 2012 के चुनाव में जदयू के सभी 225 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हुई थी. इस जीरो बैलेंस वाली पार्टी के अध्यक्ष दावा कर रहे थे कि उनके दबाव में अपना दल की सांसद अनुप्रिया पटेल को केंद्रीय मंत्री बनाया गया. केंद्रीय मंत्रिपरिषद और विधानसभा चुनाव में उम्मीदवारी के मामले में भाजपा ने पिछड़ा समुदाय को सम्मानजनक हिस्सेदारी दी है. उससे कोई इस समाज को भाजपा से तोड़ने में कामयाब नहीं होगा.