बिहार में बिहारी कलाकारों को मिले सम्मान : पूर्व मंत्री
पटना. बिहार में बिहारी कलाकारों को सम्मान मिलना चाहिए. कई बार बिहारी कलाकार दूसरे राज्यों में जा कर बिहार का नाम रोशन करते हैं, लेकिन उन्हें बिहार में ही सम्मान नहीं मिल पाता, इसलिए बिहार में बिहारी कलाकारों को सम्मान मिलना चाहिए. आइआइबीएम हॉल में शनिवार को बिहार कला संघ द्वारा आयोजित स्मृति नमन कार्यक्रम […]
पटना. बिहार में बिहारी कलाकारों को सम्मान मिलना चाहिए. कई बार बिहारी कलाकार दूसरे राज्यों में जा कर बिहार का नाम रोशन करते हैं, लेकिन उन्हें बिहार में ही सम्मान नहीं मिल पाता, इसलिए बिहार में बिहारी कलाकारों को सम्मान मिलना चाहिए. आइआइबीएम हॉल में शनिवार को बिहार कला संघ द्वारा आयोजित स्मृति नमन कार्यक्रम के दौरान श्रद्धांजलि सभा एवं संगीत संध्या का आयोजन किया गया.
इस कार्यक्रम का उद्घाटन कला संस्कृति एवं युवा विभाग के पूर्व मंत्री अशोक कुमार सिंह द्वारा किया गया. इस मौके पर विशिष्ट अतिथि के रूप में सांस्कृतिक प्रकोष्ठ, जनता दल(यू) के अध्यक्ष हरिशंकर प्रसाद के साथ कई वरीय कलाकार मौजूद थे.
ढोलक और बांसुरी की महफिल जमी : स्मृति नमन के दौरान इस दिन सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किया गया. इस अवसर पर लोकगीत के साथ ढोलक, बांसुरी की महफिल जमी. यहां कई कलाकारों ने अपनी-अपनी मौके पर लोक गायिका कविता चौधरी ने कबीर भजन और निरगुन गाकर लोगों को मंच को आकर्षित किया.
इनका साथ देने के लिए अवधेश कुमार भी मौजूद थे, जिन्होंने आवाज का पूरा जादू बिखेरा. वहीं ढोलक पर जीवानंद झा, बांसुरी पर मो सरफुर्दिन और मो शलिम के अलावा तबला पर मो अलाउद्दीन ने अपनी कलाकारी में कोई कसर नहीं छोड़ी. इन प्रस्तुतियों को देख लोगों ने भरपूर तालियां बजायी. कार्यक्रम का समापन डॉ शांति जैन द्वारा श्रद्धांजलि भजन से हुआ. यहां मंच का संचालन सत्येंद्र संगीत द्वारा किया गया. मौके पर बिहार कला संघ के कई मेंबर्स मौजूद थे.