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मेन गेट किया बंद, घर लौटे तीनों बच्चे
क्राइस्ट चर्च : स्कूल में नहीं आने दिया गया यश राज, हर्ष राज और अक्षत को पटना : एक दिन पहले बच्चों को कमरे में बंद रखा और दूसरे दिन स्कूल आने पर स्कूल परिसर में बच्चों को नहीं आने दिया. यूकेजी में पढ़ रहे हर्ष राज और अक्षत के साथ क्लास टू में पढ़ […]
क्राइस्ट चर्च : स्कूल में नहीं आने दिया गया यश राज, हर्ष राज और अक्षत को
पटना : एक दिन पहले बच्चों को कमरे में बंद रखा और दूसरे दिन स्कूल आने पर स्कूल परिसर में बच्चों को नहीं आने दिया. यूकेजी में पढ़ रहे हर्ष राज और अक्षत के साथ क्लास टू में पढ़ रहे यश राज काे क्राइस्ट चर्च स्कूल में सोमवार को अंदर नहीं जाने दिया गया.गार्ड ने कहा कि प्रिंसिपल ने तीनों बच्चों को स्कूल में प्रवेश करने पर प्रतिबंध लगा दिया है. काफी देर रूकने के बाद अभिभावक संजीव पाठक और शंकर पटेल वापस लौट गये.
ज्ञात हो कि 26 जनवरी के नाम पर 200 रुपये लेने का विरोध करने पर स्कूल प्रशासन अभिभावक के ऊपर बच्चों का टीसी ले लेने का दबाव डाल रहा है. स्कूल प्रशासन ने 27 जनवरी को अभिभावक को मोबाइल पर मैसेज किया कि बच्चों की टीसी ले ले. लेकिन अभिभावकों ने टीसी लेने से इनकार कर दिया.
शनिवार को स्कूल प्रशासन ने तीनों बच्चों को कमरे में बंद करके रखा. इसके बाद सोमवार को स्कूल में प्रवेश करने से मना कर दिया.
प्रिंसिपल ने मिलने से किया इनकार : स्कूल की प्रिंसिपल रूबीना सोमवार को किसी से नहीं मिली. स्कूल समय में भी प्रिंसिपल के चैंबर के बाहर का ग्रिल बंद किया गया था. इस बीच कई अभिभावक प्रिंसिपल से मिलना चाह रहे थे, लेकिन गार्ड ने यह कह कर सभी को लौटा दिया कि प्रिंसिपल मीटिंग में हैं. प्रभात खबर संवाददाता ने भी स्कूल का पक्ष जानने के लिए प्राचार्य से मिलना चाहा, लेकिन घंटे भर खड़े रहने के बावजूद प्राचार्य नहीं मिलीं.
सीबीएसइ दिल्ली तक दर्ज करेंगे शिकायत: अभिभावक संजीव पाठक ने बताया कि पटना सीबीएसइ ऑफिस में मंगलवार को मामला लेकर जायेंगे. इसके बाद दिल्ली सीबीएसइ तक का दरवाजा खटखटायेगें. उन्होंने बताया कि स्कूल कई चीजों पर पैसे वसूलता है. जब चाहे फीस बढ़ा देता है. अभिभावकों के ऊपर बिना वजह दबाव डाला जाता है.
स्कूल में प्रवेश नहीं करने देने के बाद दोनों अभिभावक जिलाधिकारी संजय कुमार अग्रवाल से मिलने गये. लेकिन जिलाधिकारी से मुलाकात नहीं हो पायी. अभिभावक संजीव पाठक ने बताया कि जिलाधिकारी मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में व्यस्त होने के कारण कार्यालय में नहीं थे. मैंने शिकायत दर्ज करवा दी है. मेरे बच्चों की वार्षिक परीक्षा फरवरी में है. बच्चे का पूरा साल बरबाद हो जायेगा. अभिभावक की तरफ से शिकायत दर्ज करायी गयी है. बाल संरक्षण पदाधिकारी को इसकी जांच सौंपी गयी है.
एसके अग्रवाल, डीएम
मैं कुछ नहीं जानता हूं. मैं कोई स्पोक्स पर्सन नहीं हूं. जो बात करनी है दिल्ली से करे.
आरआर मीणा, रीजनल डायरेक्टर, सीबीएसइ, पटना
प्रिंसिपल का आरोप है कि तीन-चार अभिभावक ऐसे हैं, जो गोलबंद होकर उल-जुलूल आरोप लगाते हैं.
प्रियरंजन, थानाध्यक्ष
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