Loading election data...

Army Job Racket : सेना के दोनों हवलदारों के खिलाफ वारंट जारी

पटना : सेना की भरती में सेटिंग के मामले में न्यायिक दंडाधिकारी, दानापुर ने मंगलवार को सेना के दो हवलदार देवले और शेखर के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया. अब इन दोनों को पकड़ने के लिए पटना पुलिस की टीम दानापुर कैंट जायेगी. गिरफ्तारी के बाद एसआइटी दोनों से पूछताछ करेगी. इनकी निशानदेही पर बड़ा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 1, 2017 7:42 AM
पटना : सेना की भरती में सेटिंग के मामले में न्यायिक दंडाधिकारी, दानापुर ने मंगलवार को सेना के दो हवलदार देवले और शेखर के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया. अब इन दोनों को पकड़ने के लिए पटना पुलिस की टीम दानापुर कैंट जायेगी. गिरफ्तारी के बाद एसआइटी दोनों से पूछताछ करेगी. इनकी निशानदेही पर बड़ा खुलासा होने की पूरी उम्मीद है.
वहीं, पटना पुलिस मुजफ्फरपुर सेना भरती बोर्ड के कर्नल विक्रम सिंह गोधरा और उनकी पत्नी के मोबाइल फोन का कॉल डिटेल्स रेकॉर्ड (सीडीआर) निकालेगी. सीडीआर से यह स्पष्ट हो जायेगा कि कर्नल या उनकी पत्नी का मुन्ना सिंह के गैंग से कितनी बार बात हुई थी और कर्नल पर मुन्ना द्वारा लगाये गये आरोप कितने सही हैं. पूछताछ में मुन्ना सिंह ने पुलिस को बताया था कि कर्नल गोधरा की पत्नी को हमने पुणे में 12 लाख रुपये भरती के लिए दिये थे और काम नहीं होने पर वे लोग पैसे मांग रहे थे. इस पर उन्होंने धमकी देने का आरोप लगाते हुए मुजफ्फरपुर में प्राथमिकी दर्ज करा दी थी. मुन्ना गैंग की गिरफ्तारी के बाद यह मामला उजागर हुआ था. इसमें दानापुर सेना भरती बोर्ड में क्लर्क के पद पर तैनात हवलदार देवले और शेखर की संलिप्तता सामने आयी है.
सूत्रों के अनुसार पटना पुलिस ने इन दोनों से पूछताछ के लिए सेना के कमांडेंट से इजाजत मांगी थी. सेना के अधिकारियों ने पूछताछ करने की इजाजत दे दी है. इधर मुन्ना सिंह को भी रिमांड पर लिया जा रहा है. रिमांड पर मुन्ना को लेने के बाद देवले व शेखर को भी पूछताछ के लिए बुलाया जायेगा और सभी को आमने-सामने बैठा कर पूछताछ की जायेगी.
एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि कर्नल व उनकी पत्नी के मोबाइल का सीडीआर निकाल कर पूरे मामले की जांच की जायेगी. जल्द ही पटना पुलिस की टीम मुजफ्फरपुर जायेगी, जो मुन्ना द्वारा दी गयी जानकारी के संबंध में वहां जांच करेगी और इसके साथ ही यह भी पता करेगी कि मुजफ्फरपुर पुलिस ने कर्नल द्वारा दर्ज कराये गये मामले में क्या कार्रवाई की और उनकी जांच कहां तक पहुंची?
मुन्ना सिंह का पैतृक घर भोजपुर के उदवंतनगर में है. इसने पूछताछ में बताया है कि वह 10 साल से सेना में विभिन्न पदों पर भर्ती के लिए सेटिंग कर रहा है. उस पर पहले कोई आपराधिक मामला दर्ज नहीं हुआ था. पटना पुलिस ने जब उसे पकड़ा, तब जानकारी हुई कि वह मुजफ्फरपुर में एक कर्नल को धमकी भी दे चुका है और इस संबंध में वहां के काजी मोहम्मदपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज है. उसने शाहपुर व दानापुर में अपना ठिकाना बना रखा था और उसने आधा दर्जन से अधिक दलालों को बाजार में छोड़ रखा था, जो सेटिंग के लिए उम्मीदवार की खोज कर लाते थे. वह उन उम्मीदवारों से 50,000 रुपये एडवांस लेने के साथ ही उनके ओरिजनल कागजात जब्त कर लेता था. काम होने पर शेष पैसे लेने के बाद उनके कागजात लौटा देता था.इधर बीएसएससी परीक्षा प्रकरण में पुलिस को गुरुजी उर्फ अभिषेक की तलाश है, लेिकन अभी तक उसके बारे में ठोस सुराग नहीं िमला है.

Next Article

Exit mobile version