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नीतीश पांच को करेंगे लवाईच-रामपुर बराज का उद्घाटन

मसौढ़ी : धनरूआ प्रखंड के दरधा नदी पर लवाईच-रामपुर के पास बराज बन कर तैयार है. पांच फरवरी को इस बराज का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा उद्घाटन के पश्चात लोगों की चिरप्रतिक्षित मांग पूरी हो जायेगी. इधर इस बराज के उद्घाटन को लेकर तैयारी अंतिम चरण में है .जल संसाधन विभाग के अलावा जिला प्रशासन […]

मसौढ़ी : धनरूआ प्रखंड के दरधा नदी पर लवाईच-रामपुर के पास बराज बन कर तैयार है. पांच फरवरी को इस बराज का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा उद्घाटन के पश्चात लोगों की चिरप्रतिक्षित मांग पूरी हो जायेगी. इधर इस बराज के उद्घाटन को लेकर तैयारी अंतिम चरण में है .जल संसाधन विभाग के अलावा जिला प्रशासन व अनुमंडल प्रशासन के आलाधिकारियों की टीम युद्ध स्तर पर तैयारी को अंतिम रूप देने में लगी हैनवनिर्मित बराज से दक्षिण कुछ ही दूरी पर मंच बनाया गया है, जहां से मुख्यमंत्री उद्घाटन के बाद उपस्थित लोगों को संबोधित करेंगे .मंच से पश्चिम कुछ दूरी पर दो हैलीपैड के निर्माण को अंतिम रूप दिया जा रहा है.

इधर, नवनिर्मित बराज के रंग-रोगन का भी कार्य जल संसाधन विभाग द्वारा लगभग पूरा कर लिया गया है .इस बीच मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर जायजा लेने गुरुवार को विभिन्न विभागों के अधिकारी पहुंचे. पांच फरवरी को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लवाईच-रामपुर बराज समेत अरवल, जहानाबाद,गया व औरंगाबाद में नवनिर्मित बराजों का उद्घाटन लवाईच से ही रिमोट के जरिए करेंगे. इधर, गुरुवार को सिंचाई विभाग के प्रधान सचिव, मुख्य अभियंता, पथ निर्माण विभाग के अधिकारी व अभियंता समेत अन्य विभिन्न विभागों के अधिकारी लवाईच पहुंचे व तैयारी का जायजा लिया.
समय-सीमा से एक साल बाद बन कर तैयार हुआ बराज : जनवरी, 2014 में सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा इस बराज का शिलान्यास किया गया था .उस वक्त इसके निर्माण के पूरा होने की अवधि दो साल कही गयी थी, लेकिन समय अवधि से एक साल बाद इस बराज का निर्माण कार्य पूर्ण हो पाया. निर्माण कार्य में लगी बीरमपुर कंसट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के अरुण कुमार ने बताया कि बराज का सिविल का कार्य अपनी तय अवधि में पूर्ण कर लिया गया था . मेकैनिकल कार्य करानेवाली हाजीपुर की एक कंपनी द्वारा विलंब करने की वजह से लेट हो गया .
पूर्व में बराज की प्राक्कलित राशि 2435.48 लाख थी : लवाईच-रामपुर बराज की प्राक्कलित राशि पूर्व में 2435.48 लाख ही थी, जो निर्माण कार्य पूरा होते-होते 30 करोड़ पहुंच गयी. इस बाबत जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता रंजन कुमार ने बताया कि बराज के अलावा बाद में ग्रामीणों की मांग पर कई अतिरिक्त कार्य कराये गये हैं. इनमें बराज से पश्चिम नदी के तटबंध को कटीले तार से घेरना भी शामिल है

64 मीटर लंबा है, 15 फाटक लगे हैं
करीब 30 करोड़ की लागत से समय-सीमा दो साल की जगह तीन साल में बन कर तैयार बराज की कुल लंबाई 64 मीटर है . इसमें कुल 15 फाटक (स्यूलिश गेट) लगाये गये हैं. जल संसाधन विभाग के कार्यपालक अभियंता अमरेंद्र कुमार चौधरी ने बताया कि बराज में 11 मुख्य फाटक हैं, जबकि चार अंडर फाटक लगाये गये हैं. इससे प्रखंड के रामपुर, लवाईच, किरानीचक,कोसुत, थुभ्भापर, सिकोहा,लरहा, खडीहा, अंजनी, बौरही आदि गांवों की करीब आठ हजार हेक्टेयर भूमि में किसानों को सिंचाई की सुविधा उपलब्ध हो सकेगी. उन्होंने बताया कि इन गांवों को दसई पईन, कोसुत पईन, तेल्हाड़ी पईन एवं नगीनिया पईन द्वारा पानी का वितरण किया जायेगा. हालांकि, इन पईनों में से कुछ जगह जल वितरण में परेशानी आ रही है क्योंकि वहां कुछ किसानों की निजी भूमि आ गयी है .उन्होंने बताया कि इसका समाधान जल्दी ही निकाल लिया जायेगा .

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