पटना-इंदाैर ट्रेन हादसा : ट्रेनों को निशाना बनाने का पाकिस्तान से था निर्देश!
रक्सौल/काठमांडू : कानपुर ट्रेन हादसे का मुख्य आरोपित और दुबई में बैठ कर भारत के सीमाई इलाके में आइएसआइ का स्लीपर सेल मजबूत करनेवाला शमसुल होदा सोमवार की देर रात काठमांडू में गिरफ्तार कर लिया गया. उसके साथ तीन और लोग भी पकड़े गये हैं, जो कानपुर ट्रेन हादसे को अंजाम देने में उसके सहयोगी […]
रक्सौल/काठमांडू : कानपुर ट्रेन हादसे का मुख्य आरोपित और दुबई में बैठ कर भारत के सीमाई इलाके में आइएसआइ का स्लीपर सेल मजबूत करनेवाला शमसुल होदा सोमवार की देर रात काठमांडू में गिरफ्तार कर लिया गया. उसके साथ तीन और लोग भी पकड़े गये हैं, जो कानपुर ट्रेन हादसे को अंजाम देने में उसके सहयोगी रहे हैं. होदा को नेपाल व भारत के दबाव के बाद दुबई से काठमांडो भेजा गया. काठमांडो एयरपोर्ट पर प्लेन से उतरते ही नेपाल पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया.
उससे पूछताछ भी हुई है. एनआइए, रॉ और इंटेलिजेंस ब्यूरो के अफसर भी यहां मौजूद थे. न्यूज चैनलों की रिपोर्ट के अनुसार, होदा ने नेपाल पुलिस के सामने कई खुलासे किये हैं. कथित तौर पर उसने कहा कि रेल हादसों की साजिश रचने के लिए उसे पाकिस्तान से निर्देश मिले थे. मालूम हो कि बिहार पुलिस की जांच में होदा से जुड़े आरोपियों ने कबूला था कि कानपुर में रेल हादसे की साजिश रची गयी थी. 20 नवंबर को कानपुर के पास पटरी क्षतिग्रस्त होने के कारण इंदौर-पटना एक्सप्रेस दुघर्टनागस्त हो गयी थी, जिसमें 150 से ज्यादा यात्रियों की जान चली गयी थी.
काठमांडो में डीआइजी पशुपति उपाध्याय ने बताया कि होदा को त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर नेपाल पुलिस के एक विशेष दल ने तीन अन्य लोगों के साथ गिरफ्तार किया. इंटरपोल के सहयोग से पुलिस होदा व अन्य तीन अपराधियों को दुबई से लेकर नेपाल आयी. गिरफ्तार तीन अन्य लोगों की पहचान बृज किशोर गिरि, आशीष सिंह व उमेश कुमार कुर्मी के रूप में हुई है. ये सभी नेपाल के कलैया जिले के रहने वाले हैं. तीनों को भारतीय नागरिक अरुण राम व दीपक राम की 25 दिसंबर को हुई हत्या में संलिप्तता को लेकर गिरफ्तार किया गया है. माना जा रहा है कि होदा ही इस दोहरे हत्याकांड का मास्टरमाइंड है. पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश में है कि क्या मारे गये दोनों शख्स का रेल हादसों से कोई संबंध है.
आइएसआइ पर शक : दो बड़ी वजहें
1- नेपाल से गिरफ्तार बृज किशोर गिरि के फोन से एक ऑडियो क्लिप मिला था. ऑडियो क्लिप में कानपुर रेल हादसे की साजिश की बातचीत है. नेपाल पुलिस ने एनआइए को ऑडियो क्लिप सौंप दिये हैं.
2- बिहार पुलिस के समक्ष मोतिहारी में गिरफ्तार तीन लोगों ने कहा था कि बृज ने रेल हादसों को अंजाम देने के लिए पैसे दिये थे. ये सभी आइएसआइ के लिए काम कर रहे थे.
शमसुल होदा का है एक रेडियो स्टेशन
शमसुल होदा नेपाल मूल का आइएसआइ एजेंट है. उसका नेपाल में एक रेडियो स्टेशन भी है. उसने नेपाल में राष्ट्रीय मधेसी समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा था और इस दौरान उस पर ढाई करोड़ रुपये का कर्ज हो गया था. शमसुल ने पुलिस को बताया है कि वह पैसा कमाने के लिए आतंकी संगठन से जुड़ गया. शमसुल तीन साल पहले पर्यटक वीजा पर दुबई गया था, जहां पाकिस्तानी नागरिक मो सफी से उसकी मुलाकात हुई. उसने आइएस से पैसा लेकर भारत में विस्फोटों की जिम्मेवारी ले रखी थी. उसके खिलाफ नेपाल की बारा में पहले से ही एक केस दर्ज है.
ट्रेन उड़ा ने के लिए दो लोगों को दिये थे आठ लाख रुपये
रक्सौल. नेपाल के बारा जिला के एसपी नरेंद्र प्रसाद उत्प्रेती ने बताया कि शमसुल होदा ने भारत के घोड़ासहन, आदापुर के नकरदेई में ट्रेन उड़ाने के लिए शक्तिशाली बम लगाया था. इस घटना को अंजाम देने के लिए शमसुल ने दुबई से नेपाली गुर्गा ब्रजकिशोर गिरि के माध्यम से आदापुर थाना क्षेत्र के पोखरीया निवासी दीपक राम व अरूण राम को आठ लाख रुपये दिया था. रक्सौल थाना क्षेत्र के गम्हरीया निवासी राजू उर्फ उमाशंकर पटेल को ब्रजकिशोर गिरि ने लाइनर बनाया. दीपक व अरुण जब बम विस्फोट कराने में असफल हुए, तो उन दोनों की हत्या कर, उसका वीडियो भेजने को कहा. इस काम के लिए उसने ब्रजिकशोर गिरि व मोजाहिर अंसारी, आशिष सिंह को तीन करोड़ देने का आश्वासन दिया.
इसके बाद दीपक व अरुण को नेपाल बुला कर दोनों की हत्या कर दी गयी. हत्या की वीडियो बना कर शमसुल होदा को दुबई भेजा गया. हत्या से पूर्व ब्रजिकशोर गिरि से मिल कर होदा ने कानपुर में ब्लास्ट कराया. पिछले दिनों मोतिहारी और नेपाल में छह लोगों की गिरफ्तारी के बाद होदा के नेटवर्क का खुलासा हुआ था.