क्या रामाशीष की गिरफ्तारी के बाद लालू प्रसाद से पूछताछ करने की हिम्मत दिखायेगी SIT ?

पटना : भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि बिहार कर्मचारी चयन आयोग (बीएसएससी) में परचा लीक के जरिए हुए 200 करोड़ के घोटाले से राजनेता-नौकरशाह नेक्सेस का खुलासा हुआ है. बीएसएससी के गिरफ्तार सचिव परमेश्वर राम के बयान के बाद सरकार को एसएमएस भेजने वाले उन दो […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 11, 2017 8:02 AM
पटना : भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि बिहार कर्मचारी चयन आयोग (बीएसएससी) में परचा लीक के जरिए हुए 200 करोड़ के घोटाले से राजनेता-नौकरशाह नेक्सेस का खुलासा हुआ है. बीएसएससी के गिरफ्तार सचिव परमेश्वर राम के बयान के बाद सरकार को एसएमएस भेजने वाले उन दो मंत्रियों तथा दबाव बनाने वाले दर्जनों विधायकों व नौकरशाहों के नाम सार्वजनिक करना चाहिए. मोदी ने कहा कि महागंठबंधन सरकार में हुए दवा, दलित छात्रवृत्ति व टॉपर घोटाले से लेकर पेपर लीक तक के किंगपिन लालू प्रसाद और नीतीश कुमार के करीबी हैं. चारा घोटाले एक मामले में लालू प्रसाद के बेलर रहे तथा पर्चा लीक में मुख्य भूमिका निभाने वाले रामाशीष राय की गिरफ्तारी के बाद एसआइटी को क्या लालू प्रसाद से पूछताछ करने की हिम्मत है.
आखिर विज्ञान व प्राद्योगिक विभाग में टाइपिस्ट की नौकरी करने वाला रामाशीष राय पटना में स्कूल कैसे चला रहा है. विवादित तथा सीबीएसई से संबद्धता खत्म होने के बावजूद उसके एबीएन स्कूल में परीक्षा केंद्र क्यों बनाया गया. मोदी ने कहा कि बीएसएससी अध्यक्ष सुधीर कुमार के बयान की भी जांच हो कि कौन उन पर अवैध नियुक्ति के लिए दबाव बना रहा था. बीएसएससी की परीक्षाओं में पिछले चार साल से पेपर लीक व धांधली के आरोप के बावजूद सरकार सोयी क्यों थी.
पर्चा लीक मामले की जांच कर रही एसआईटी को साल 2015 में स्नातक स्तरीय सचिवालय सहायक व 3616 अन्य पदों के लिए बीएसएससी द्वारा ली गई परीक्षाओं के साथ जेई भर्ती, एमवीआई की परीक्षा तथा 2016 में हुई कृषि समन्वयकों की बहाली में भी धांधली व घोटाले के साक्ष्य मिले हैं. बीएसएससी पर जब विगत चार साल से विभिन्न परीक्षाओं में धांधली के आरोप लग रहे थे तो मुख्यमंत्री ने पहले ही जांच का आदेश क्यों नहीं दिया.
श्री मोदी ने मांग किया है कि बीएसएससी की अब तक ली गई सभी परीक्षाओं की जांच के साथ ही परमेश्वर राम और सुधीर कुमार ने जिन मंत्रियों, विधायकों और नौकरशाहों के नाम बतायें हैं उन्हें सार्वजनिक किया जाये तथा रामाशीष राय को संरक्षण देने वाले लालू प्रसाद से भी एसआइटी पूछताछ करे.

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