पांच दिन सुधरी व्यवस्था फिर वही जाम का जंजाल

पटना: हाइकोर्ट की फटकार के बाद अनिसाबाद बाइपास की स्थिति सुधरी थी. लेकिन, पांच दिन बाद गुरुवार को फिर से इस इलाके की रफ्तार जाम से प्रभावित हुई. सुबह से ही पूरा इलाका जाम के कारण रेंगने को मजबूर था. सड़क के दोनों लेन पर भारी वाहनों की कतार लगी रही. वीआइपी वाहन, स्कूली वाहन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 17, 2017 8:54 AM
पटना: हाइकोर्ट की फटकार के बाद अनिसाबाद बाइपास की स्थिति सुधरी थी. लेकिन, पांच दिन बाद गुरुवार को फिर से इस इलाके की रफ्तार जाम से प्रभावित हुई. सुबह से ही पूरा इलाका जाम के कारण रेंगने को मजबूर था. सड़क के दोनों लेन पर भारी वाहनों की कतार लगी रही. वीआइपी वाहन, स्कूली वाहन और एंबुलेंस जैसी आकस्मिक सेवा भी जाम के जंजाल में फंसी हुई नजर आयी. आलम यह रहा कि साकेत बिहार से अनिसाबाद की लगभग एक किलोमीटर की दूरी तय करने में 40 मिनट से अधिक समय का वक्त लगा.
अनिसाबाद गोलंबर पर भारी वाहनों को रोक दिया गया था, लेकिन इसका बहुत ज्यादा फायदा नहीं दिखा. ऑफिस टाइम में लोग जाम से निकलने के लिए मशक्कत करते रहे. साथ ही स्कूली बस में बैठे बच्चे भी समय पर स्कूल नहीं पहुंच पाये. इस इलाके में कई बड़े निजी स्कूल हैं. बाइक सहित अन्य दो पहिया वाहन किसी तरह से सड़क के किनारे पगडंडियों से निकलते नजर आये. तो कई पुलिस कॉलोनी की संकरी गलियों से निकलने के लिए मशक्कत करते दिखें.
ट्रैफिक एसपी ने यह बतायी वजह
ट्रैफिक एसपी प्राणतोष कुमार दास ने बताया कि बालू के ट्रकों की संख्या गुरुवार को एकाएक बढ़ी, जिसके कारण परेशानी का सामना करना पड़ा. पिछले पांच दिनों में ऐसे ट्रकों की संख्या कम थी. उन्होंने बताया कि शुक्रवार से ऐसे ट्रकों की संख्या बढ़ने पर फुलवारीशरीफ से नो इंट्री लगा दी जायेगी. सुबह 6 बजे से नो इंट्री लगायी जायेगी. अन्य भारी वाहन चलेंगे. साथ ही निजी वाहन सुचारु रूप से चलती रहें, इसके लिए तैनात ट्रैफिक कर्मियों को अलर्ट किया गया है.

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