दिल्ली में बनेगा बिहार का एक और आशियाना, डीडीए से मिली जमीन
पटना: बिहार सरकार का नई दिल्ली में बिहार भवन और बिहार निवास के बाद जल्द ही एक नया तीसरा ठिकाना तैयार होने जा रहा है. इसे खासतौर से बिहार गेस्ट हॉउस के रूप में विकसित किया जायेगा. इसके लिए डीडीए (दिल्ली विकास प्राधिकार) से राज्य सरकार ने एक एकड़ जमीन खरीदी है. डीडीए ने नई […]
पटना: बिहार सरकार का नई दिल्ली में बिहार भवन और बिहार निवास के बाद जल्द ही एक नया तीसरा ठिकाना तैयार होने जा रहा है. इसे खासतौर से बिहार गेस्ट हॉउस के रूप में विकसित किया जायेगा. इसके लिए डीडीए (दिल्ली विकास प्राधिकार) से राज्य सरकार ने एक एकड़ जमीन खरीदी है. डीडीए ने नई दिल्ली स्थित द्वारका के सेक्टर- 19 में इस जमीन का आवंटन किया है. इस जमीन को खरीदने के लिए राज्य सरकार डीडीए को करीब 23 करोड़ रुपये देगी. रजिस्ट्री की इस रकम के लिए बजट में प्रावधान भी कर दिया गया है.
जमीन मिलने की पूरी प्रक्रिया संपन्न होने के बाद इसका डिजाइन समेत अन्य सभी प्रक्रिया पूरी करने की शुरुआत की जायेगी. प्राप्त सूचना के अनुसार, इस जमीन पर चार-पांच मंजिला भवन तैयार किया जायेगा. इसमें 100 से ज्यादा कमरे होंगे. इसके अलावा भी अन्य सरकारी कार्यालय और गेस्ट हॉउस भी होंगे. हालांकि इसका डिजाइन फाइनल होने के बाद ही इसकी पूरी रूपरेखा तैयार हो पायेगी.
बिहार भवन के बदले झारखंड को मुआवजा देने को बिहार तैयार : नई दिल्ली में बिहार सरकार की पहचान माने जाने वाले ‘बिहार भवन’ पर राज्य अपनी दावेदारी हर हाल में बनाये रखने के लिए अमादा है. बिहार सरकार इस भवन में हिस्सेदारी के बदले झारखंड सरकार को मुआवजा देने के लिए तैयार है. केंद्रीय गृह मंत्रालय को इस विवाद को सुलझाने के लिए अधिकृत किया गया है. दोनों राज्यों के बीच बिहार भवन पर दावेदारी के लिए चल रहे विवाद का सुलह गृह मंत्रालय जल्द ही करेगा. इसके लिए दोनों राज्यों के आयुक्तों को आपस में बैठाकर सुलह कराने की पहल की जायेगी. मुआवजा की राशि कितनी होगी, इसका आंकलन सीपीडब्ल्यूडी तय करेगा.
बैठक में पास हुआ बजट का तृतीय अनुपूरक
राज्य मंत्रिपरिषद की विशेष बैठक गुरुवार को मुख्य सचिवालय में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई. इस बैठक में चालू वित्तीय वर्ष 2016-17 के बजट का तृतीय और अंतिम अनुपूरक पेश किया गया. गुरुवार को हुई विशेष कैबिनेट की बैठक में सिर्फ इस एक एजेंडा को ही पास किया गया. यह अनुपूरक बजट विधान मंडल के मौजूदा सत्र में पेश होगा और फिर वहां से पास होने के बाद यह लागू होगा. इस वजह से इसकी आधिकारिक तौर पर कोई जानकारी नहीं दी गयी है. परंतु सूत्रों से प्राप्त सूचना के अनुसार, यह तृतीय अनुपूरक बजट करीब आठ हजार करोड़ का होगा. यह अनुपूरक इस बजट का अंतिम है और इसके साथ ही चालू वित्तीय वर्ष के बजट को बचे हुए एक महीने में पूरी तरह से खर्च करने की कवायद शुरू हो जायेगी.