पटना : बिहार विधान परिषद चुनाव की चार सीटों के लिए आगामी 9 मार्च को होने वाले चुनाव में कांग्रेस के राजद प्रत्याशी के खिलाफ दो उम्मीदवारों की घोषणा किये जाने से प्रदेश में सत्ताधारी महागठबंधन में दरार गहरा गया है. बिहार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और प्रदेश के शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी ने आला कमान के निर्देश पर गया स्नातक क्षेत्र और गया शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से दो उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की है. गया स्नातक क्षेत्र से कांग्रेस के अजय सिंह को और गया शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से पूर्व विधायक ह्म्दय नारायण यादव चुनाव लड़ेंगे.
कांग्रेस ने खड़े किये उम्मीदवार
वर्ष 1999 से 2005 तक कांग्रेस से बिहार विधान परिषद सदस्य रहे अजय सिंह के अलावा राजद उम्मीदवार पुनीत सिंह के साथ राजग उम्मीदवार और सदन के सभापति अवधेश नारायण सिंह जो कि तीसरी बार अपने चुने जाने के लिए प्रयासरत हैं, का मुकाबला होगा. अजय सिंह कांग्रेस नेता और सहकारिता क्षेत्र में अपनी बेहतर पकड़ रखने वाले तपेशर सिंह के पुत्र हैं. महागठबंधन में शामिल दो अन्य दल जदयू और राजद ने इन दो सीटों में से एक-एक सीट आपस में बांट ली थी जिस पर कांग्रेस ने नाराजगी व्यक्त की थी.
महागठबंधन में शामिल कांग्रेस ने जदयू और राजद के खिलाफ खड़ा किये विधानपरिषद उम्मीदवार. pic.twitter.com/TGIeYbzeeG
— Prabhat Khabar (@prabhatkhabar) February 18, 2017
अशोक चौधरी ने दिया बयान
इन दोनों सीटों के लिए अपनी पार्टी के उम्मीदवारों की नाम की घोषणा करने के समय आज कहा कि यह कोई आम चुनाव नहीं है. यह उम्मीदवारों पर आधारित चुनाव है इसलिए हमलोगों द्वारा उम्मीदवार उतारे जाने को महागठबंधन में मतभेद के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि महागठबंधन का नेतृत्व नीतीश कुमार कर रहे हैं और लालू प्रसाद इन तीनों दलों के अभिभावक हैं इसलिए हमलोगों के बीच कोई लड़ाई नहीं है.
कांग्रेस पार्टी ने लिया फैसला
चौधरी ने कहा कि अन्य दलों की तरह कांग्रेस भी अपनी स्थिति को मजबूत बनाना चाहती है इसलिए हम लोगों ने इन दोनों सीटों पर चुनाव लड़ने का मन बनाया. बिहार विधानसभा में राजद के 80, जदयू के 71 और कांग्रेस के 27 विधायक हैं. इस चुनाव को लेकर केवल महागठबंधन में चर्चा सीमित नहीं है बल्कि राजग खेमे में शामिल रामविलास पासवान भी अपनी सहयोगी पार्टी रालोसपा के खिलाफ उम्मीदवार खड़ा करने का मन बना चुकी है.