अपाहिज वृद्ध को छोड़ कर भागे परिजन, ग्रामीणों के प्रयास से पहुंचाया गया थाना

मसौढ़ी : बिहार मेंपटनासे सटे पुनपुन के मनोरह सड़क के किनारे बीते तीन दिनों से एक अपाहिज वृद्ध बेसुध भूखे-प्यासे पड़ा रहा. उसके मुख से बरबस केवल एक ही शब्द निकल रहा थी कि मैंने क्या बिगाड़ा कि मुझे इस हालत में यहां लाकर छोड़ दिया. वह बार-बार भगवान से अपनी मौत की भीख मांग […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 20, 2017 9:40 AM

मसौढ़ी : बिहार मेंपटनासे सटे पुनपुन के मनोरह सड़क के किनारे बीते तीन दिनों से एक अपाहिज वृद्ध बेसुध भूखे-प्यासे पड़ा रहा. उसके मुख से बरबस केवल एक ही शब्द निकल रहा थी कि मैंने क्या बिगाड़ा कि मुझे इस हालत में यहां लाकर छोड़ दिया. वह बार-बार भगवान से अपनी मौत की भीख मांग रहा था. इधर, रविवार की शाम इसकी जानकारी पुनपुन के मुखिया सदगुरु प्रसाद को हुई .वे तत्काल कुछ ग्रामीणों के साथ मौके पर पहुंचे और उस अपाहिज वृद्ध से यहां पहुंचने का कारण पूछा.

वृद्ध ने जब अपनी आपबीती बतायी, तो उस वक्त मुखिया समेत अन्य ग्रामीणों के रोंगटे खड़े हो गये .वृद्ध ने अपनी पहचान मुजफ्फरपुर सदर थाना के पताही रूप निवासी हरिनंदन साव के पुत्र अरविंद साव के रूप में बतायी .उन्होंने बताया कि मुझे दो लड़के हैं. एक टेंपो चलाता है, तो दूसरा चापाकल मिस्त्री है. उन्होंने यह भी बताया कि मुझे 25 कट्ठा जमीन भी है. मेरे पुत्र व पोतों ने अपाहिज समझ और जमीन से बेदखल करने की नीयत से बीते शुक्रवार की देर शाम गाड़ी से यहां सुनसान जगह पर लाकर छोड़ दिया है.

अपाहिज होने की वजह से मैं यहां से कहीं नहीं जा सका और भूखे- प्यासे यही पड़ा हूं. बाद में मुखिया ने वृद्ध टेंपो से थाना पहुंचा दिया और वहीं खाना खिलाया गया. इधर, थानाध्यक्ष सुभाष प्रसाद ने बताया कि वृद्ध के परिजनों से बात हो गयी है वे आ रहे है और उन्हें ले जायेंगे. थानाध्यक्ष ने बताया कि वृद्ध के परिजनों ने बताया है कि गांव की जमीन को गिरवी रख बीते दस दिन पूर्व ही यहां से वे फरार हो गये हैं. अपाहिज वृद्ध कैसे अकेले भागा जांच का विषय है.

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