पटना : बीएसएससी पेपर लीक कांड में गिरफ्तार आइएएस सुधीर कुमार कीजेलकी पहली रात बामुश्किल कटी. पूरी रात उन्हें नींद नहीं आयी. आंखों में नींद थी पर मन बेचैन रहा. कभी लेटकर सोने की कोशिश करते, तो कभी उठ कर बैठ जाते. एक-एक पल कटना मुश्किल रहा. वह काफी तनाव में थे. उन्हें मच्छर काट रहे थे. जिस पर उन्होंने क्वायल की मांग की. जेल प्रशासन की तरफ से उनके वार्ड में क्वायल उपलब्ध कराया गया. फिर भी उन्हें नींद नहीं आयी. उनके साथ सामान्य कैदी जैसा व्यवहार किया गया. जेल की तरफ से सुबह में उनका मेडिकल चेकअप कराया गया. हालांकि मेडिकल रिपोर्ट में उनका बीपी नाॅर्मल रहा.
सुबह नाश्ते में चाय-ब्रेड, दोपहर में मिला दाल-चावल, सब्जी
आयोग के अध्यक्ष सुधीर कुमार की गिरफ्तारी के बाद उन्हें देर रात मजिस्ट्रेट के आवास पर पेश किया गया. इसके बाद उन्हें बेऊर जेल ले जाया गया. उनके साथ पांच अन्य लोग भी थे. इनमें भाई अवधेश कुमार, उनकी पत्नी मंजू, भांजा आशीष समेत कुल पांच लोगों को बेऊर जेल में रखा गया. इन लोगों को बेऊर जेल के आमद वार्ड में रखा गया है. जबकि सुधीर कुमार को फुलवारी जेल भेजा गया. यहां पर जनरल वार्ड में उन्हें रखा. रात के करीब 12 बजे सुधीर कुमार जेल पहुंचे. रात गुजरने के बाद सुबह उन्हें सामान्य कैदियों की तरह नाश्ते में चाय-ब्रेड मिला. उन्होंने नाश्ता किया. इसके बाद दोपहर में खाने में दाल-चावल, सब्जी मिली. उन्होंने भोजन किया और दोपहर में आराम किये.
सुबह मिलने पहुंचे रिश्तेदारों से नहीं मिले सुधीर कुमार
शनिवार की सुबह सुधीर कुमार से मिलने के लिए उनके तीन रिश्तेदार पहुंचे थे. जेल प्रशासन की तरफ से उनके पास
मुलाकाती परची भेजवायी गयी थी. लेकिन, उन्होंने मना कर दिया. वह किसी से नहीं मिले. इसके बाद मिलने पहुंचे लोगों को वापस लौटना पड़ा.
कटिहार के डीएम रह चुके हैं सुधीर कुमार
कटिहार: बिहार कर्मचारी चयन आयोग परचा लीक मामले की आंच कटिहार तक पहुंच गयी. आयोग के अध्यक्ष व कटिहार के पूर्व डीएम सुधीर कुमार, सेटर सहित पांच लोगों की गिरफ्तारी की चर्चा हो रही है. गौरतलब है कि शुक्रवार को परचा लीक मामले में कटिहार शहर के शरीफगंज निवासी सज्जाद अहमद की भी गिरफ्तारी हुई है. अहमद पर आरोप है कि वह परचा लीक मामले में सेंटर की भूमिका में था.
हालांकि शनिवार को शरीफगंज स्थित उसके आवास पर सन्नाटा पसरा रहा था. सज्जाद का कटिहार शरीफगंज स्थित आवास हमेशा बंद रहता है तथा स्थानीय लोगों से मेलजोल काफी कम है. स्थानीय लोगों के अनुसार, सज्जाद क्या करता है, लोगों को मालूम नहीं है. सज्जाद विवाहित है तथा उसको दो पुत्र हैं, जो सज्जाद के साथ ही पटना में रहते हैं.
बीएसएससी अध्यक्ष सुधीर कुमार 13 जनवरी, 2004 से तीन जनवरी 2005 तक कटिहार के जिला पदाधिकारी के रूप में पदस्थापित थे. यही वजह है कि शुक्रवार को हुई उनकी गिरफ्तारी के बाद कटिहार जिले के राजनीतिक व प्रशासनिक महकमे में चर्चा का विषय बना रहा है.
रिमांड पर लेकर अध्यक्ष व सचिव से आमने-सामने होगी पूछताछ
पटना. बीएसएससी प्रश्न पत्र लीक मामले में अभी भी कई लोगों की गिरफ्तारी हो सकती है. एसआइटी अब बीएसएससी अध्यक्ष सुधीर कुमार व पूर्व सचि व परमेश्वर राम को रिमांड पर ले सकती है और आमने-सामने पूछताछ कर सकती है. एसआइटी आमने-सामने पूछताछ करने के लिए इसलिए मन बना रही है, ताकि कुछ और भी जानकारियां हासिल हो सके. इधर एसआइटी की टीम अन्य गिरोहों को पकड़ने के लिए पटना, वैशाली, मुजफ्फरपुर, नवादा आदि जिलों में छापेमारी कर रही है.
एसआइटी के हाथ फिलहाल नवादा के गिरोह के सरगना हाथ नहीं लगे है. एसआइटी को उन सभी के संबंध में जानकारी मिल चुकी है. फिलहाल इस मामले में अभी अतुल, गोरेलाल, भोला, हरिओम, अरूण आदि फरार है. जिनका नाम इस सेटिंग में एसआइटी के समक्ष आ चुका है. दिल्ली के आनंद बरार भी फरार है.