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11 जगहों से टूटी थीं हड्डियां, सर्जरी बाद मरीज को चलाया

पटना : अपनी जिंदगी से आस खो चुके एक मरीज को उस समय नयी जिंदगी मिली, जब उसकी स्पाइन सर्जरी हुई. चलने व बैठने में असमर्थ मरीज आज पूरी तरह से फिट है. समस्तीपुर का रहने वाला 34 साल का विनोद पासवान ताड़ के पेड़ से गिर गया था. इससे उसकी रीढ़ की हड्डी व […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 27, 2017 7:43 AM
पटना : अपनी जिंदगी से आस खो चुके एक मरीज को उस समय नयी जिंदगी मिली, जब उसकी स्पाइन सर्जरी हुई. चलने व बैठने में असमर्थ मरीज आज पूरी तरह से फिट है.
समस्तीपुर का रहने वाला 34 साल का विनोद पासवान ताड़ के पेड़ से गिर गया था. इससे उसकी रीढ़ की हड्डी व हाथ सहित अन्य जगह की हड्डियां टूट गयी. परिजनों ने कुम्हरार गांधी सेतु स्थित ऑक्सीजन ट्रामा एंड मल्टी स्पेशयलिटी हॉस्पिटल लेकर आये. जहां हड्डी के डॉक्टर प्रवीण कुमार के नेतृत्व में स्पाइन सर्जरी की गयी. डॉ प्रवीण ने कहा कि जांच के दौरान पता चला कि मरीज की रीढ़ की दो हड्डियां सहित कुल 11 हड्डियां टूट गयी थी. पहले मरीज को आइसीयू में रखा गया फिर तीन दिन बाद स्पाइन सर्जरी कर उसे फिट कर दिया गया. इसी तरह जहानाबाद के बिरेंद्र कुमार सिंह का भी घुटना टेढ़ा हो गया था. जिसे नी रिप्लेसमेंट कर फिट कर दिया गया.
आश्रितों को नियुक्त करने की मांग
पटना. बिहार राज्य दफादार-चौकीदार पंचायत द्वारा सेवानिवृत्ति के बाद आश्रितों को नियुक्त करने की मांग की. यह निर्णय रविवार को बिहार राज्य दफादार-चौकीदार पंचायत की हनुमान नगर में हुई बैठक में सर्वसम्मति से लिया गया. पंचायत के राज्य सचिव डा संत सिंह ने 2006 से 2014 के बीच सेवानिवृत्त दफादार-चौकीदार के आश्रितों को उनके रिक्त स्थान पर नियुक्त करने की मांग की. उन्होंने कहा कि पूर्व में ऐसा प्रावधान था.
और 1990 से 2006 तक उनके आश्रितों की बहाली होती आयी है, लेकिन 2006 से इसे बंद कर दिया गया. बैठक के दौरान गुलाम पासवान, रामविलास पासवान, विद्याशंकर चौबे, राजेश कुमार मिश्रा आदि भी उपस्थित थे.

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