फर्जी डॉक्टर कर रहा था इलाज, पकड़ाया

पटना : पीएमसीएच में एक फर्जी डॉक्टर एक साल से परिसर के अंदर घूम-घूम कर मरीजों को देख रहा था. यह डॉक्टर सोमवार को तब पकड़ा गया, जब कैदी को देखने गये एक पुलिस के जवान से इसका सामना हुआ. शक के आधार पर जब पीएमसीएच टीओपी ने पूछताछ की गयी, तो सच्चाई सामने आयी. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 28, 2017 7:06 AM
पटना : पीएमसीएच में एक फर्जी डॉक्टर एक साल से परिसर के अंदर घूम-घूम कर मरीजों को देख रहा था. यह डॉक्टर सोमवार को तब पकड़ा गया, जब कैदी को देखने गये एक पुलिस के जवान से इसका सामना हुआ. शक के आधार पर जब पीएमसीएच टीओपी ने पूछताछ की गयी, तो सच्चाई सामने आयी. इस फर्जी डॉक्टर का नाम मो आसिफ है और वह सब्जीबाग का रहनेवाला है. पीएमसीएच टीओपी ने उसे पीरबहोर थाने को सौंप दिया. आसिफ ने अपना वेशभूषा पूरी तरह से डॉक्टर का बना लिया था, उसके पास से इंजेक्शन, आला, डॉक्टर का ड्रेस, नेम प्लेट, मोबाइल आदि पकड़े गये हैं.
सवाल पूछने पर मांगने लगा पानी : पुलिस ने पकड़ने के बाद उसे अधीक्षक के पास ले गये, जहां कार्यालय में मौजूद अन्य डॉक्टरों ने मो आसिफ से कुछ सवाल पुछे, तो इस डॉक्टर की पोल खुल गयी. डॉक्टरों ने उससे पूछा, डॉक्टर साहब एमबीबीएस में कौन-कौन से सब्जेक्ट होते हैं? तब फर्जी डॉक्टर पानी मांगने लगा. इसके बाद उससे पूछा गया कि अच्छा ये बताओ फेबुला कहां होती है? फर्जी डॉक्टर-कंधे की तरफ इशारा करते हुए बोला-यहां होती है. इसके बाद पोल खुल गया और वह पकड़ा गया.
लाया था इलाज कराने, बन गया डॉक्टर : पूछताछ में 10वीं पास मो आसिफ ने पुलिस को बताया कि वह डेढ़ साल पहले कैंसर से पीड़ित अपने भाई को पीएमसीएच लाया था. यहीं से उसने डॉक्टर बनने की ठान ली. वह भरती मरीज के बेड पर जाता था और इलाज भी करता था.
कई दिनों से इस डॉक्टर को अस्पताल के कर्मचारी भी देख रहे थे. बड़ा अस्पताल होने की वजह से इसकी पहचान नहीं हो पा रही थी. आगे से ऐसा न हो, इसके लिए हम लोग अलर्ट हो गये हैं. अगर इनके गैंग में कोई है, तो इसकी भी पड़ताल होगी.
डाॅ दीपक टंडन, उपाधीक्षक, पीएमसीएच

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