पेपर लीक कांड पर बोले नीतीश, आइएएस अफसरों के मेमोरेंडम का एक-एक शब्द पढ़ कर जांच कराऊंगा

पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब देते हुए कहा कि उनकी सरकार सात निश्चय को लेकर प्रतिबद्ध है. मुख्यमंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार परउनकी सरकार की जीरो टालरेंस की नीति है और पेपर लीक मामले में कार्रवाई हो रही है और इसमें […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 28, 2017 3:51 PM

पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब देते हुए कहा कि उनकी सरकार सात निश्चय को लेकर प्रतिबद्ध है. मुख्यमंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार परउनकी सरकार की जीरो टालरेंस की नीति है और पेपर लीक मामले में कार्रवाई हो रही है और इसमें गलत करने वाले किसी शख्स को नहीं छोड़ा जायेगा. उन्होंने कहा कि इस मामले में 110 लोग ट्रैप किये गये हैं. नीतीश ने आश्वासन के साथ आइएएस अफसरों को संकेतों में चेतावनी भी दी. उन्होंने कहा कि इस देश में राष्ट्रपति को छोड़ कर सबकी जांच हो सकती है.

उन्होंने कहा कि अगर बिना साक्ष्य के इस मामले में कोई कार्रवाई की जायेगी तो उस तरह से कार्रवाई करने वाले पर भी कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने सीबीआइ द्वारा ब्रह्मेश्वर मुखिया सहित कुछ पुराने मामलों की जांच का हवाला देते हुए कहा कि इसमें पुलिस जांच से आगे कुछ किया गया क्या? उन्होंने कहा कि दोनों तो पुलिस ही हैं. उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि सीबीआइ जांच अनुसंधान पर पर्दा डालने के लिए होती है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि वे आइएएस अफसरों के मेमोरेंडम का इंतजार कर रहे हैं और उसका एक-एक शब्द पढ़ कर जांच करायेंगे.उन्होंने कहाकिअभी उन्हेंउसकीकॉपी नहीं मिली है. उन्होंने कहा कि उस पर वे आगे एक उदाहरण पेश करना चाहते हैं. नीतीश ने कहा कि विपक्ष के नेता एसएमएस दिखा रहे हैं.

उन्होंने कहा कि मुझ पर शराबबंदी का नशा चढ़ने का आरोप लगाया गया. उन्होंने कहा कि किसी काम के प्रति संकल्पित होने पर ऐसा कहा जा रहा है. नीतीश ने कहा कि जिन चीजों का व्यापक जनसमर्थन है, जिसका प्रभाव समाज पर बहुत अच्छा है, उसका मजाक उड़ाने का प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि विकास ही हमारा संकल्प है.

नीतीश कुमार ने विरोधी दलों के नेताओं की ओर इशारा करते हुए कहा कि उन्हें चिंता है कि उनका कुछ बयान अखबार में छपा या नहीं, 24घंटेचलनेवाले मीडिया व लाेकल मीडियाने मेरी खबर दी या नहीं. उन्होंने कहा कि शायद यह सत्ता से बाहर रहने का असर है.

नीतीश कुमार ने कहा कि कृषि रोडमैप हमलोगों ने बनाया. हमारे राज्य की उत्पादकता इससे बढ़ी है. धान, गेहूं व मक्का की उत्पादकता बढ़ी है. उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह के कार्यकाल में सात रेसकोर्स रोड में कृषि पर एक बैठक हो रही थी, उसमें मैं शामिल था और प्रजेंटेशन दिया जा रहा था. वहां एक कृषि विशेषज्ञ थे वे लगातार मेरी ओर देख कर कह रहे थे कि बिहार कृषि उत्पादकता में नीचे है. उन्होंने कहा कि ऐसे में हमलोगों ने वर्ष 2012-16 के लिए कृषि रोडमैप बनाया, जिस पर अच्छे से काम हुआ व हो रहा है. वहीं, वर्ष 2017-22 के कृषि रोडमैप को विस्तृत रूप देने की तैयारी हो रही है. उन्होंने कहा कि हम प्रगति पथ पर कृषि के कारण ही हैं. उन्होंने कहा कि हमारे राज्य में 76 प्रतिशत लोग कृषि पर निर्भर हैं. उन्होंने विपक्ष के द्वारा इसे सात निश्चत में शामिल नहीं करने को मुद्दा बनाने पर कहा कि यह अलग है और सात निश्चय अलग हैं.

उन्होंने कहा कि सात निश्चय में सभी क्षेत्रों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराना, हर घर में शौचालय निर्माण, हर घर में बिजली आपूर्ति व प्रत्येक घर तक पक्की गली का निर्माण कराना हमारा संकल्प है. नीतीश कुमार ने कहा कि अगले चार साल में हम यह सुविधा उपलब्ध करायेंगे.

उन्होंने कहा कि हम जिस जगह पहुंच गये हैं, वहां खड़े रहें या आगे बढ़ें यह सवाल है. नीतीश कुमार ने कहा कि हमने वादा किया था कि राज्य सरकार की हर प्रकार की नौकरी में 35 प्रतिशत स्थान महिलाओं को उपलब्ध करायेंगे, इसे हमने पिछले साल जनवरी में ही लागू कर दिया.

नीतीश कुमार के संबोधन के दौरान मुख्य विपक्ष भाजपा के सदस्य सदन से बहिर्गमन कर गये, इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि जाने दीजिए बाहर टीवी पर देखेंगे. सदन से बहिर्गमन करने से पहले विपक्ष के नेता प्रेम कुमार ने कहा कि यह घोटालों की सरकार है.

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