किसानों से पर्याप्त धान खरीद नहीं होने पर सत्तापक्ष-विपक्ष के बीच नोकझोंक
पटना : बिहार विधान परिषद में आज किसानों से राज्य सरकार द्वारा पर्याप्त मात्रा में धान नहीं खरीदे जाने को लेकर सत्तापक्ष-विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक के कारण सदन की कार्यवाही भोजनावकाश तक के लिए स्थगित कर दी गयी.बिहार विधान परिषद में प्रश्नकाल के दौरान संजय कुमार सिंह द्वारा पूछे गये एक अल्प सूचित प्रश्न […]
पटना : बिहार विधान परिषद में आज किसानों से राज्य सरकार द्वारा पर्याप्त मात्रा में धान नहीं खरीदे जाने को लेकर सत्तापक्ष-विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक के कारण सदन की कार्यवाही भोजनावकाश तक के लिए स्थगित कर दी गयी.बिहार विधान परिषद में प्रश्नकाल के दौरान संजय कुमार सिंह द्वारा पूछे गये एक अल्प सूचित प्रश्न का उत्तर देते हुए खाद्य एवं उपभोक्ता मंत्री मदन सहनी द्वारा दिये गये जवाब से विपक्षी सदस्यों के अंसतुष्ट नजर आने पर सहकारिता मंत्री आलोक कुमार ने जब स्थिति स्पष्ट करनी चाही तो विपक्षी सदस्यों के उनकी बात अनसुनी कर सरकार पर आरोप लगाये. विपक्षी सदस्यों के साथ उनकी नोकझोंक शुरू हो गयी और विपक्षी सदस्य इस विषय पर विशेष बहस कराए जाने की मांग करने पर उन्होंने कहा कि वे इसके लिए तैयार हैं.
विपक्ष ने लगाया सत्तापक्ष पर आरोप
सहकारिता मंत्री के पक्ष में शिक्षा मंत्री अशोक कुमार चौधरी के आने पर उपसभापति हारुन रशीद ने यह घोषणा करते हुए कि इस विषय पर सदन में विशेष बहस करायी जायेगी. सत्तापक्ष और विपक्षी सदस्यों को शांत कराया. बाद में भाजपा सदस्य लालू बाबू और कृष्ण कुमार सिंह द्वारा धान खरीद को लेकर पूछे गये एक तारांकित प्रश्न का सहकारिता मंत्री आलोक कुमार द्वारा उत्तर दिए जाने के दौरान विपक्षी सदस्यों के उनके साथ टोका-टोकी किये जाने तथा प्रतिपक्ष के नेता सुशील कुमार मोदी के सरकार पर धान खरीदने में पूरी तरह विफल रहने का आरोप लगाये जाने पर सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच दोबारा नोकझोंक शुरु हो गयी. सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच जारी नोकझोंक तथा सुशील द्वारा आरोप लगाये जाने के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सदन में प्रवेश करने और अपनी सीट पर बैठने पर प्रतिपक्ष के नेता ने सरकार पर अपना आरोप लगाना जारी रखा.
मुख्यमंत्री ने किया हस्तक्षेप
बिहार विधान परिषद में विपक्षी सदस्यों के इस हंगामे के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी सीट से खड़े होकर उप सभापति से कहा कि यह प्रश्नकाल है और इसमें कोई भी पूरक प्रश्न पूछ रहे हैं तो उसका उत्तर मंत्री द्वारा दिया जायेगा. उन्होंने उप सभापति हारुन रशीद से कहा कि वे उनसे आग्रह करेंगे कि अगर पूरक प्रश्न के सिलसिले में आप विपक्ष के किसी भी माननीय सदस्य को लंबा ‘प्रवचन’ देने का अवसर प्रदान करते हैं तो मंत्री को भी लंबा उत्तर देने का अवसर दीजिए और जरूरत पड़े तो प्रश्नकाल की अवधि को बढ़ा दीजिए. मुख्यमंत्री के इस कथन के बाद भी प्रतिपक्ष के नेता सुशील कुमार मोदी द्वारा अपना विरोध जारी रखने और सदन के बीच आकर सरकार विरोधी नारेबाजी करना शुरू कर देने पर नीतीश ने कहा कि यह कौन सी प्रवृत्ति है. प्रश्नों का उत्तर सुनने का साहस नहीं है. माननीय मंत्री एक एक प्रश्न का उत्तर देने को तैयार हैं. मंत्री को भी उत्तर देने का पूरा मौका दिया जाये.
सदन को करना पड़ा स्थगित
उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्ष चाहता नहीं प्रश्नों का उत्तर सदन में दिया जाये इसलिए ये तो या भाग खड़े होंगे या फिर सदन के बीच आकर हंगामा करेंगे. यह नियम के विरुद्ध आचरण है. विपक्षी सदस्यों के नारेबाजी के बीच सहकारिता मंत्री द्वारा उत्तर दिये जाने पर प्रतिपक्ष के नेता अपनी सीट से खड़े उनके सामानांतर बोलते रहे. विपक्षी सदस्यों द्वारा नारेबाजी जारी रखे जाने के बीच उप सभापति ने शून्यकाल शुरू किया पर उनके समझाने पर नहीं भी प्रतिपक्ष के नेता और विपक्षी सदस्यों के शांत नहीं होने हारुन रशीद ने सदन की कार्यवाही अपराह्न ढ़ाई बजे भोजनावकाश तक के लिए स्थगित कर दी.
बाद में अपने कक्ष में पत्रकारों को संबोधित करते हुए सुशील ने आरोप लगाया कि प्रदेश में करीब एक करोड टन धान का रिकार्ड उत्पादन होने के बावजूद सरकार द्वारा करीब 10 लाख टन ही धान खरीदा गया और धान खरीद के लिए अब मात्र 15 दिन ही बचे हैं तथा सरकार की लापरवाही और उदासीनता के कारण प्रदेश के किसान अपनी फसल को औने-पौने दाम पर बेचने को विवश होंगे. इससे पूर्व बिहार विधान परिषद में सहकारिता मंत्री आलोक कुमार ने धान अधिप्राप्ति को लेकर पूछे गए प्रश्न का उत्तर देते हुए बताया कि राज्य में गत 7 मार्च तक 6989 पैक्स एवं व्यापार मंडलों के माध्यम से 10.47 लाख टन धान की अधिप्राप्ति की जा चुकी है.
मंत्री ने दिया जवाब
उन्होंने कहा कि खरीफ विपणन मौसम 2016-17 में धान अधिप्राप्ति के लिए किसानों से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए गत 8 मार्च तक कुल 660687 आवेदन प्राप्त हुए हैं जिसमें सभी कागजातें के साथ 514322 आवेदन पूर्ण हैं जिसमें से अब तक 476317 पूर्ण आवेदनों को सत्यापित कर स्वीकृत किया गया है जिससे राज्य के कृषकों से धान की अधिप्राप्ति की जा रही है. आलोक ने प्रदेश के बक्सर, भोजपुर और कैमूर जिलों की गयी धान अधिप्राप्ति का ब्यौरा देते कहा कि निबंधक सहयोग समितियां के गत वर्ष 19 दिसंबर के पत्रांक 10458 द्वारा पैक्स व्यापार मंडलों में ड्रायर उपलब्ध कराने एवं उसके उपयोग के संबंध सभी जिला सहकारिता पदाधिकारी तथा जिला केंद्रीय सहकारी बैंक के सभी प्रबंध निदेशक को पत्र निर्गत किया गया था. उक्त पत्र के माध्यम से पैक्स एवं व्यापार मंडल द्वारा कृषकों के धान अधिप्राप्ति के लिए ड्रायर के माध्यम से धान की नमी को मानक के अनुरूप लाते हुए अधिप्राप्ति करने का निर्देश दिया गया था.