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गया : मुठभेड़ में मारे गये चार नक्सली, तीन घायल

दो इंसास, दो एसएलआर, एक एके-47 बरामद फतेहपुर/गया/पटना : बिहार-झारखंड की सीमा पर गया के फतेहपुर प्रखंड के बंसकटवा स्थित गुरपा के जंगल में बुधवार की दोपहर बाद सुरक्षा बलों व नक्सलियों के बीच भीषण मुठभेड़ हुई. शाम तक चली इस मुठभेड़ में प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के एक सब जोनल कमांडर सहित चार […]

दो इंसास, दो एसएलआर, एक एके-47 बरामद
फतेहपुर/गया/पटना : बिहार-झारखंड की सीमा पर गया के फतेहपुर प्रखंड के बंसकटवा स्थित गुरपा के जंगल में बुधवार की दोपहर बाद सुरक्षा बलों व नक्सलियों के बीच भीषण मुठभेड़ हुई. शाम तक चली इस मुठभेड़ में प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के एक सब जोनल कमांडर सहित चार नक्सलियों को मार गिराया गया, जबकि तीन घायल हो गये. इस दौरान दाे इंसास, दो एसएलआर, एक एके-47, पिट्ठू व कई कारतूस बरामद किये गये हैं.
मारे गये दो नक्सलियों में एक कुख्यात नक्सली और मगध जोन के मारक दस्ते का प्रमुख अनिल उर्फ दीपक यादव है. वह गया जिले के वजीरगंज का रहनेवाला था. उसकी काफी समय से सुरक्षा बलों को तलाश थी. दूसरा राजेश रविदास है, जो गया के अतरी के बरमोरमा का रहनेवाला है. दो अन्य की पहचान बाराचट्टी के नेपाली व उत्तम के रूप में की गयी है.
एसटीएफ की विशेष फोर्स चीता और सीआरपीएफ की कोबरा बटालियन बुधवार की दोपहर गया व नवादा जिलाें की सीमा पर सघन कॉबिंग ऑपरेशन चला रही थी. इन्हें गुप्त सूचना मिली थी कि मगध जोन का सब जोनल कमांडर प्रद्युम्न शर्मा अपने मारक दस्ते के साथ इस इलाके के घने जंगलों में छिपा हुआ है.
तभी इस इलाके में थमकोला गांव के पास इसके मारक दस्ते के साथ बटालियन की मुठभेड़ शुरू हो गयी. करीब पौन घंटे तक चली इसी भीषण मुठभेड़ में चार नक्सली एनकाउंटर में मारे गये और कई घायल हो गये. घायल नक्सली भागने में सफल रहे. हालांकि, इस मुठभेड़ में सुरक्षा बल के किसी जवान के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है.
सूत्रों का कहना है कि मुठभेड़ में पुलिस की आेर से करीब डेढ़ साै, जबकि नक्सलियों की आेर से भी करीब इतने ही राउंड गोलियां चलायी गयीं. कॉबिंग ऑपरेशन के बाद यह स्पष्ट हो गया कि यहां प्रद्युम्न शर्मा नहीं छिपा था, लेकिन उसका मारक दस्ता घात लगा कर मौजूद था.
प्राप्त सूचना के अनुसार, पिछले छह महीने के दौरान सुरक्षा बल इस इलाके में प्रद्युम्न और अन्य कुख्यात नक्सलियों की तलाश में 15 बार से ज्यादा बार सर्च ऑपरेशन चला चुके हैं. लेकिन हर बार प्रद्युम्न पकड़ से बाहर रह जाता है.
कुछ महीने पहले सर्च ऑपरेशन के दौरान मगध जोन के कमांडर शिवजी धोबी को गिरफ्तार किया जा चुका है. इसके बाद से इस इलाके में नक्सलियों का मुखिया प्रद्युम्न ही बना हुआ है.
मारे गये दीपक और उसके साथियों ने गया और नवादा जिला के बड़े इलाके में काफी उत्पात मचा रखा था. इसके मारक दस्ते ने पैमार नदी के पास काफी बड़ी नक्सली गतिविधि चला रखी थी. सिरदला रेलवे स्टेशन और बेलागंज में कई सड़क निर्माण कार्य को भारी नुकसान पहुंचाने में इस दस्ते की भूमिका सबसे अहम थी. इसके अलावा अन्य सरकारी निर्माण कार्य को बाधा पहुंचाना और निजी ठेकेदारों से लेवी की मांग करना इनका मुख्य पेशा था.
मृत नक्सलियों में मगध जोन के मारक दस्ते का प्रमुख दीपक भी शािमल
बिहार-झारखंड की सीमा पर बंसकटवा के पास गुरपा जंगल में हुई मुठभेड़
सर्च अॉपरेशन के लिए गयी थी पुलिस, जंगल में छिपे नक्सलियाें ने किया हमला

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