नीतीश का केंद्र पर बड़ा हमला, कहा- उनकी नजर आरक्षण खत्म करने पर
पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने मशहूर राजनेता रामलखन सिंह यादव की जयंती के अवसर आज उन्हें श्रद्धा..सुमन अर्पित करते हुए शिक्षा को बढ़ावा देने खासकर पिछड़े लोगों के प्रति उनके योगदान को याद किया. पटना शहर के दारोगा राय पथ स्थित श्रीकृष्ण चेतना परिषद भवन में दिवंगत रामलखन सिंह […]
पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने मशहूर राजनेता रामलखन सिंह यादव की जयंती के अवसर आज उन्हें श्रद्धा..सुमन अर्पित करते हुए शिक्षा को बढ़ावा देने खासकर पिछड़े लोगों के प्रति उनके योगदान को याद किया. पटना शहर के दारोगा राय पथ स्थित श्रीकृष्ण चेतना परिषद भवन में दिवंगत रामलखन सिंह यादव के जन्मदिवस के अवसर आज आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुये नीतीश ने कहा कि बिहार की प्रगति, सामाजिक उत्थान एवं सामाजिक चेतना जागृत करने में रामलखन सिंह यादव जी का जो योगदान रहा है, उसे भूलाया नहीं जा सकता. उन्होंने कहा कि राज्य में आधारभूत संरचनाओं को विकासित करने में भी उनका अमूल्य योगदान रहा.
रामलखन बाबू का योगदान अतुलनीय-सीएम
उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में भी रामलखन बाबू का अविस्मरणीय योगदान रहा. नीतीश ने कहा कि रामलखन बाबू ने शिक्षा के प्रति प्रेरणा जगायी. उनके नाम पर दर्जनों विद्यालय एवं महाविद्यालय स्थापित हुए. उन्होंने कहा कि देश के नवनिर्माण मेें भी रामलखन बाबू की जबर्दस्त भूमिका थी. आजादी की लड़ाई में तो उनकी भूमिका थी ही, कांग्रेस पार्टी को मजबूत आधार देने में भी उनकी भूमिका रही. नीतीश कुमार ने कहा कि रामलखन सिंह यादव जी कांग्रेस के साथ थे पर जब उन्हें लगा कि कांग्रेस द्वारा उनकी योग्यता को नजर अंदाज किया गया तो जनता दल की ओर से 1991 में चुनाव लड़े और विजयी हुए. उनके स्वभाव में स्नेह था और युवा पीढ़ी को आगे बढ़ाने की ललक थी. उनसे बहुत कुछ सीखने एवं समझने का अवसर मिला. उन्होंने कहा कि बिहार के बुनियादी ढांचे को और विकसित करने में उनका काफी योगदान था.
नीतीश ने साधा केंद्र और आरएसएस पर निशाना
उन्होंने आरएसएस के आरक्षण की फिर से समीक्षा की टिप्पणी की ओर इशारा करते हुए दलित, पिछडे और अनुसूचित जाति को एकजुट रहने की अपील की. नीतीश ने इशारों-इशारों में आरक्षण को खत्म करने को लेकर केंद्र सरकार पर भी निशाना साधा और कहा कि उनकी नजर आरक्षण पर है. नीतीश ने रामलखन सिंह यादव से जुड़े अपनी मधुर यादों की चर्चा करते हुए कहा कि जब वे पहली बार 1985 में विधायक बने थे तो उस बिहार विधानसभा में बनी एक मामले की जांच के लिए एक कमेटी में वे सदस्य रहे थे और उक्त कमेटी के अध्यक्ष रामलखन सिंह यादव जी थे और उस दौरान उनके काम को नजदीक से देखने का उन्हें अवसर मिला कि वह किस गहरायी एवं सूक्ष्मता के साथ काम करते थे. समारोह को पूर्व मुख्यमंत्री एवं राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने भी संबोधित किया और दिवंगत रामलखन बाबू के कृतित्व एवं व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला.