बोले लालू, महागंठबंधन में चट्टानी एकता, जितनी छेनी लगेगी उतना ही यह मजबूत होगा

पटना: राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने कहा कि महागंठबंधन में चट्टानी एकता है. महागंठबंधन पर जितनी छेनी लगेगी, उतना ही यह मजबूत होगा और निखरेगा. लोग कहते थे कि महागंठबंधन की सरकार नहीं चलेगी. विधानसभा चुनाव के समय न राजद का वोट जदयू को मिलेगा, न जदयू का वोट राजद को, लेकिन सब कुछ गलत […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 10, 2017 9:03 AM
पटना: राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने कहा कि महागंठबंधन में चट्टानी एकता है. महागंठबंधन पर जितनी छेनी लगेगी, उतना ही यह मजबूत होगा और निखरेगा. लोग कहते थे कि महागंठबंधन की सरकार नहीं चलेगी. विधानसभा चुनाव के समय न राजद का वोट जदयू को मिलेगा, न जदयू का वोट राजद को, लेकिन सब कुछ गलत साबित हुआ.
गुरुवार को रामलखन सिंह यादव के जयंती समारोह में उन्होंने कहा कि मेरी ओर से कोई तकलीफ नहीं है. महागंठबंधन की सरकार से पूरी जनता खुश है. सरकार इसी तरीके से काम करती रहेगी. उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तारीफ करते हुए कहा कि जब से मेरे छोटे भाई नीतीश, जो भी कटुता थी, उसे खत्म करके आये, तो नीतीश-लालू की जोड़ी का संदेश गया है.
हमारी शक्ति के सामने कोई दूसरी शक्ति मुकाबले को तैयार नहीं है. लोगों ने महागंठबंधन को भरोसा दिया है. हमें उस पर खरा उतना है. लालू प्रसाद ने कहा कि विधानसभा चुनाव के समय हमने नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री का उम्मीदवार बनाया. वह सरकार बनने के बाद रात-दिन महागंठबंधन के कमिटमेंट को पूरा कर रहे हैं. घरों तक पीने का पानी, शौचालय, सड़क, बिजली पहुंचाने का काम किया जा रहा है.

राजद सुप्रीमो ने कहा कि रामलखन सिंह यादव के आदर्शों को अपनाने और उन पर चलने का आह्वान भी किया. कहा कि हमलोग जो राजनीति में हैं, उसमें रामलखन सिंह यादव का बड़ा योगदान है. उन्हें शेर-ए-बिहार कहा जाता था. उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में अद्भुत काम किया. न सिर्फ स्कूल-कॉलेज खोले, बल्कि युवाओं को पढ़ने के लिए प्रेरित किया.

लालू प्रसाद ने कहा कि आज कुछ लोग देश को तोड़ना चाहते हैं. धर्म, मजहब और नस्ल के आधार पर समाज को बांटना चाहते हैं, लेकिन उन्हें सफल नहीं होने देना है. हमें एकजुट होकर रहना है. अब एक साल बाद लोकसभा चुनाव की तैयारी शुरू हो जायेगी. 2014 में हमलोग (राजद-जदयू-कांग्रेस) अलग-अलग लड़े थे, इसलिए दूसरे दल को फायदा मिला. अब हमलोग साथ-साथ हैं. अगर तीनों के वोटों को मिला कर देखा जाये, तो जीतनेवाले कहीं नहीं टिकते.

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